Terrorism in J&K: ओवर ग्राउंड वर्कर ने आतंकी ठिकाने का किया खुलासा, सुरक्षाबलों ने उड़ाया आतंकी ठिकाना...
Terrorist in Rajouri: ओवर ग्राउंड वर्कर के खुलासे का बाद सुरक्षाबलों ने बुद्धल के बहरोट गांव में कार्रवाई की. जिसमें सुरक्षाबलों ने एक आतंकी ठिकाने पर दबिश दी. सुरक्षाबलों ने आतंकी ठिकाने से हथियारों को जखीरा जब्त किया है. बाद में आतंकी ठिकाने को ध्वस्त कर दिया.
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Jammu and Kashmir: जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की धरपकड़ जारी है. सुरक्षाबलों को ऑपरेशन ऑल आउट जारी है. ऐसे में सुरक्षाबलों को एक और कामयाबी मिली है. सुरक्षाबलों ने राजौरी जिले में छिपे आतंकियों का ठिकाना ढूंढ़कर उड़ा दिया है.
गौरतलब है कि तकरीबन तीन दिन पहले सुरक्षाबलों ने आतंकियों के दो मददगारों (OGWs) को गिरफ्तार किया था. बाद में इन दोनों ने आतंकियों के ठिकाने का खुलासा किया. अतंकी सहयोगियों ने बुद्धल इलाके के बहरोट गांव में अतंकी ठिकाने की जानकारी दी. जिसपर सुरक्षाबलों ने फौरन कार्रवाई की. सुरक्षाबलों ने न केवल आतंकियों के ठिकाने को उड़ाया बल्कि हथियारों का जखीरा भी बरामद किया. सुरक्षाबलों द्वारा पकड़ी गई हथियारों की खेप में 1 पिस्टल, दो मैगजीन, 30 पिस्टल राउंड, 6 पिस्टल पाउच, 2 हैंड ग्रेनेड, वायर कटर,1 रेन कोट और दवाओं के अलावा बहुत से अवैध सामान मिले.
वहीं, सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, बीती 17 नवंबर को सुरक्षाबलों ने पुलिस और CRPF के साथ मिलकर बहरोट गांव में एक ज्वॉइंट ऑपरेशन किया. इस ऑपरेशन में एक आतंकवादी ढेर हो गया था. जिसके बाद इस मामले में आगे जांच की गई. जांच के अब से तीन दिन पहले जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बहरोट गांव से आतंकियों के दो मददगारों को गिरफ्तार किया था.
जिसके बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आतंकी मददगारों मोहम्मद नजीर और मोहम्मद फारूक से पूछताछ की. पुलिस की पूछताछ में दोनों ने बहरोट गांव में मौजूद आतंकी ठिकाने की लोकेशन का खुलासा किया. जिसपर त्वरित कार्रवाई करते हुए सुक्षाबलों ने बुद्धल में मौजूद इस आतंकी ठिकाने से हथियार जब्त किया. बाद में इस ठिकाने को उड़ा दिया.
आतंकियों की तलाश जारी
आपको बता दें कि राजौरी में आतंकियों को खिलाफ सुरक्षा बलों की तलाश जारी है. सुरक्षाबलों ने गुरूवार के दिन भी दरहल, थन्नामंडी, कंडी, कालाकोट, बुद्धल और मंजाकोट के जंगलों में सर्च ऑपरेशन चलाया. बता दे कि इंडियन आर्मी के इस ऑपरेशन में, CRPF और जम्मू-कश्मीर पुलिस की SOG भी शामिल हैं. वहीं, आतंकियों को ढूंढ़ने के लिये ड्रोन और डॉग स्क्वायड का भी इस्तेमाल किया जा रहा है.