एलजी मनोज सिन्हा के साथ केन्द्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी और डॉ. जितेन्द्र सिंह ने किया भगवान वैंक्टेश्वर मन्दिर का उद्धघाटन

जम्मू में सिद्दड़ा के मजीन गांव में तिरुपति बालाजी भगवान का मंदिर बनकर तैयार हो गया है, तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम ट्रस्ट द्वारा बनाया गया ये भव्य मंदिर, आंध्रप्रदेश के बाहर छटा तिरुपति बालाजी का मंदिर है। 62 एकड़ में बने इस मंदिर को बनाने में करीब 25 से 30 करोड़ रूपये की लागत आई है।  मंदिर निर्माण में तकरीबन दो सालों का समय लगा लेकिन इसकी भव्यता आपकी नजरों को भक्ति के रस में साराबोर कर सकती है। मन्दिर के इस भव्य रूप को जितना समय बनने में लगा उतना ही समय इसके उद्धघाटन को लेकर असंमजस में लगा।

एलजी मनोज सिन्हा के साथ केन्द्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी और डॉ. जितेन्द्र सिंह ने किया भगवान वैंक्टेश्वर मन्दिर का उद्धघाटन
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जम्मू : एल जी मनोज सिन्हा ने आज जम्मू में बने भव्य श्री वैंकटेश्वर स्वामी मंदिर उद्घघाटन किया। इस मौके पर उनके साथ केन्द्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी, डॉ. जितेन्द्र सिंह और टीटीडी के चैयरमेन वाई वी सुबा रेड्डी मौजूद थे। 

जम्मू में सिद्दड़ा के मजीन गांव में तिरुपति बालाजी भगवान का मंदिर बनकर तैयार हो गया है, तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम ट्रस्ट द्वारा बनाया गया ये भव्य मंदिर, आंध्रप्रदेश के बाहर छटा तिरुपति बालाजी का मंदिर है। 62 एकड़ में बने इस मंदिर को बनाने में करीब 25 से 30 करोड़ रूपये की लागत आई है।  मंदिर निर्माण में तकरीबन दो सालों का समय लगा लेकिन इसकी भव्यता आपकी नजरों को भक्ति के रस में साराबोर कर सकती है। 

मन्दिर के इस भव्य रूप को जितना समय बनने में लगा उतना ही समय इसके उद्धघाटन को लेकर असंमजस में लगा। पहले इस मन्दिर का उद्धघाटन केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा तय किया गया था ।  लेकिन उनके समय में व्यस्तता होने के कारण इसे एलजी मनोज सिन्हा और केन्द्रीय मंत्रियों की उपस्थिती में ही आम लोगों के दर्शन के लिए खोल दिया गया है । मन्दिर के निर्माण खुबसुरत सिवालिक जंगलों के एरिया में किया गया है। 

आम लोगों के दर्शन के लिए खुले मन्दिर 

मन्दिर के उद्धघाटन के बाद से ही इसे आम लोगों के लिए खोल दिया गया है। जम्मू क्षेत्र में बना ये अब तक का सबसे बड़ा और भव्य मन्दिर होने जा रहा है। माना यह भी जा रहा है कि इस मंदिर के बन जाने से यहां धार्मिक गतिविधियां बढ़ेंगी और राज्य में तीर्थ यात्रा से जुड़ी गतिविधियों में भी बढ़ोतरी होगी। बालाजी के फोलोवर्स कहें या भक्त दक्षिण भारत से आगे बढ़कर अब दुनिया के कौने कौने तक फैलते जा रहे है। भक्ति के प्रचार प्रसार में इस मन्दिर की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। साथ ही ये जम्मू कश्मीर में आने वाले टूरिस्टों के लिए एक अलग तरह का भक्ति अनुभव होगा जो यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं को मिलेगा। 

तिरुपति तिरुमाला देवस्थानम हैदराबाद, चेन्नई, कन्याकुमारी, दिल्ली और भुवनेश्वर में बालाजी मंदिर बनवा चुके हैं। मंदिर का उद्घाटन आज हुआ है, लेकिन यहां पर होने वाले  धार्मिक अनुष्ठान 3 जून से ही शुरू हो चुके हैं। इस मंदिर में बिल्कुल उसी तरह से रिवाज अपनाए जाएंगे, जैसे तिरुमाला के बालाजी मंदिर में अपनाए जाते हैं। जम्मू-कटरा रूट पर पड़ने वाले इस मंदिर में वैष्णों देवी मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए पहुंचना आसान होगा। वैष्णों देवी जाने वाले भक्तों के सारी भीड़ अब इस मन्दिर में दर्शन के लिए पहुंचने लगेगी। 

भगवान वैकटश्वर के दर्शन के लिए अभी तक लोगों को दक्षिण भारत की ओर जाना पड़ता था लेकिन इस मन्दिर के बन जाने से अब दक्षिण की जगह उत्तर भारत में भी लोगों को भगवान वैक्टश्वर की उपासना और उनकी दिव्यता का अनुभव होगा। इस बात को लेकर माकामी बाशिन्दों में काफी खुशी की लहर है क्योंकि टूरिस्टों के लिहाज से इस मन्दिर का बनना जम्मू के लिए वरदान हो सकता है। आने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिए रूकने से लेकर उनके दर्शन तक की पूरी व्यवस्था सरकार द्वारा की जा रही है। इसके अलावा मन्दिर का ट्रस्ट हर तरह से श्रद्धालुओं की सुविधा का ख्याल रखने की कोशिश में लगा हुआ है। 
 

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