Mahbooba Mufti : केंद्र सरकार पर फिर भड़की महबूबा मुफ्ती, कहा- 'कश्मीर में आम लोगों को बना दिया आतंकवादी...'
दरअसल रविवार को अनंतनाग जिले के बिजबेहरा में महबूबा मुफ्ती, मुफ्ती मोहम्मद सईद की 8वीं पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंची थी. इस मौके पर कार्यकर्ताओं और समर्थकों को संबोधित करते हुए महबूबा मुफ्ती सरकार पर बुरी तरह भड़क गई और काफी कुछ बोल गई.
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जम्मू कश्मीर Mehbooba Mufti : पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती एक बार फिर से केंद्र सरकार पर हमलावर हैं. उन्होंने कहा है कि सरकार ने कश्मीर के लोगों को आतंकवादी बना दिया है.
दरअसल रविवार को अनंतनाग जिले के बिजबेहरा में महबूबा मुफ्ती, मुफ्ती मोहम्मद सईद की 8वीं पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंची थी. इस मौके पर कार्यकर्ताओं और समर्थकों को संबोधित करते हुए महबूबा मुफ्ती सरकार पर बुरी तरह भड़क गई और काफी कुछ बोल गई.
इस सभा के दौरान उन्होंने कहा कि कश्मीर के लोगों के साथ सरकार आतंकवादियों जैसा बर्ताव कर रही है. मुफ्ती ने कहा, 'हम झुकेंगे नहीं, हम सफेद झंडा नहीं उठाएंगे. अगर आप हमसे सम्मान के साथ बात करेंगे तो हम सम्मान के साथ जवाब देंगे. हालांकि, अगर आप डंडे से बात करेंगे जैसा कि आपने बफलियाज में किया था, तो ये काम नहीं करेगा.'
सरकार पर आरोप लगाते हुए महबूबा मुफ्ती ने कहा कि एक ओर केंद्र सरकार पूर्वोत्तर में आतंकियों से बातचीत कर रही है, वहीं दूसरी ओर घाटी में आम लोगों को आतंकवादी बताया जा रहा है.
पूर्व मुख्यमंत्री ने आतंकवाद के खिलाफ सरकार की नीति पर सवाल उठाते हुए कहा, 'वहां (पूर्वोत्तर में) आप उग्रवादियों से बातचीत करते हैं जबकि जम्मू-कश्मीर में आप आम लोगों को आतंकवादी करार देते हैं. आपने गिरफ्तारियां करके जेल भर दी हैं. प्रवर्तन निदेशालय, एनआईए, एसआईए छापे मार रहे हैं. क्या अपने ही लोगों के साथ कोई इस तरह का बर्ताव करता है?'
आगे मु्फ्ती ने कहा कि अलगाववादियों से निपटने के लिए सरकार को उनके पिता के अपनाए रास्ते पर चलना चाहिए. उन्होंने कहा, 'मुफ्ती साहब से कुछ सीखें. उन्होंने लोगों के दिलों को जोड़ने की कोशिश की. उन्होंने अलगाववादियों को भी एक रास्ता दिया ताकि वो सम्मान के साथ इस देश में रह सकें. मुफ्ती ने कभी कोई गलत बात नहीं कही. उन्होंने हमेशा एक ही झंडे को थामा, लेकिन उन्होंने सिर्फ इतना ही कहा था कि जम्मू-कश्मीर के लोग सम्मान के साथ शांति चाहते हैं.'