"अवाम की आवाज़' प्रोग्राम के ज़रिए जम्मू कश्मीर की जनता से जुड़े एल जी मनोज सिन्हा

न्यू कश्मीर में टोटल डेवलप्मेन्ट में आने वाली सभी रूकावटों को हटाकर हमकों आगे बढ़ना होगा। हमें अपने दुश्मनों को चिन्हित करने की जरूरत है जो कश्मीर को पीछे ले जाना चाहते है उन्हें अलग थलग करने की जरूरत है। एल जी मनोज सिन्हा ने एक जुलाई से शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा के लिए प्रदेशवासियों से सहयोग की अपील की है। एलजी ने कहा कि अमरनाथ तीर्थयात्रा मानवता के कल्याण, सभी वर्गों के उत्थान और नए विचारों के आदान-प्रदान का भी प्रतीक है। स्थानीय अर्थव्यवस्था और रोजगार के अवसर भी कई मायनों में इस यात्रा से जुड़े हुए हैं।

"अवाम की आवाज़' प्रोग्राम के ज़रिए जम्मू कश्मीर की जनता से जुड़े एल जी मनोज सिन्हा
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जम्मू। एल जी मनोज सिन्हा ने रेडियों प्रोग्राम आवाम की आवाज़ के जरिए पूरे जम्मू कश्मीर की आवाम से संवाद किया। अपने इस संवाद में उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के लिए ये स्वर्णिम काल है। कश्मीर के मकामी बाशिन्दों को एक साथ एक रूह बनकर देश के अमृत काल के सपनों को साकार करने का काम करना चाहिए। न्यू कश्मीर में टोटल डेवलप्मेन्ट में आने वाली सभी रूकावटों को हटाकर हमकों आगे बढ़ना होगा। हमें अपने दुश्मनों को चिन्हित करने की जरूरत है जो कश्मीर को पीछे ले जाना चाहते है उन्हें अलग थलग करने की जरूरत है। एल जी मनोज सिन्हा ने एक जुलाई से शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा के लिए प्रदेशवासियों से सहयोग की अपील की है।

एलजी ने कहा कि अमरनाथ तीर्थयात्रा मानवता के कल्याण, सभी वर्गों के उत्थान और नए विचारों के आदान-प्रदान का भी प्रतीक है। स्थानीय अर्थव्यवस्था और रोजगार के अवसर भी कई मायनों में इस यात्रा से जुड़े हुए हैं। देश के अलग अलग हिस्सों से आए भक्तों का स्वागत करने के लिए कश्मीर के मकामी बाशिन्दें, सभी संप्रदाय साथ आएं। सभी लोगों की सक्रिय भागीदारी निश्चित रूप से इस सालाना यात्रा, संस्कृति और आध्यात्मिकता के उत्सव को सफल बनाएगी ऐसी मुझे पूरी उम्मीद है।

एल जी ने शासन में लोगों की भागीदारी के लिए प्रोत्साहित करने और राष्ट्र निर्माण के प्रति प्रतिबद्धता के साथ काम करने के लिए प्रदेश सरकार के प्रयासों पर प्रकाश डाला। उन्होंने महिला नायकों, हरित योद्धाओं की प्रेरणादायक सफलता की कहानियां साझा कीं। साथ ही उन्होंने जी20 के सफल आयोजन के लिए जम्मू-कश्मीर के लोगों को बधाई दी। मिशन अमृत सरोवर में जम्मू-कश्मीर की पंचायतों के महत्वपूर्ण योगदान की सराहना भी की। एलजी ने कहा कि आवाम की आवाज कार्यक्रम लोगों के क्रिएटीव आईडियाज को वास्तविकता में बदल रहा है। यदि हमारी सोच, सभी की समृद्धि और सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के उद्देश्य की गहरी भावना में बदलाव है, तो मॉर्डन सोसायटी के डेवलप्मेन्ट को कोई नहीं रोक सकता है।


सोपोर की बेटी मुफराह मजीद का किया जिक्र

मोटिवेशनल सक्सेस स्टोरी को साझा करते हुए एल जी ने सौर ऊर्जा से चलने वाली नाव बनाने, जलवायु परिवर्तन से निपटने और हरित विकास को बढ़ावा देने के लिए सोपोर की बेटी मुफराह मजीद के प्रयास की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि ये व्यक्तिगत छोटे कदम सतत विकास की यात्रा में बड़े बदलाव लाएंगे। महिलाएं समाज की सबसे आदर्श शिल्पकार हैं। उनका दृढ़ संकल्प, धैर्य और क्षमताएं राष्ट्र और समाज की प्रगति के लिए एक मजबूत नींव हैं। रियासी के खेराल गांव की महिलाओं ने जिला प्रशासन, जेकेआरएलएम और जम्मू-कश्मीर पर्यटन के सहयोग से डुग्गर धानी सेल्फ हेल्प ग्रुप का गठन किया है और उनकी सफलता प्रदेश के सामाजिक-आर्थिक विकास व महिला सशक्तीकरण का एक अच्छा संकेतक है। बडगाम के सैयद दरख्शां शक्ति और साहस के प्रतिमान हैं। एल जी मनोज सिन्हा ने कहा कि 10 सदस्यीय महिला सेल्फ कारीगर समूह की प्रमुख के रूप में, वह अभिनव डिजाइन, पैकेजिंग और विपणन द्वारा सफलता की कहानी लिख रही हैं। ग्रामीण आजीविका मिशन, जिला प्रशासन, जम्मू-कश्मीर व्यापार संवर्धन संगठन, उद्योग और वाणिज्य विभाग और सभी हितधारकों को एक एकीकृत तरीके से प्रयास करने का निर्देश दिया।


पैरा तीरंदाज शीतल देवी हैं असली विजेता


उप राज्यपाल ने पैरा तीरंदाज शीतल देवी का भी विशेष उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि वह एक असली विजेता और दूसरों के लिए प्रेरणा हैं। पैरा तीरंदाजी विश्व रैंकिंग टूर्नामेंट में उनकी उपलब्धि ने युवाओं को प्रोत्साहित किया है। केंद्रशासित प्रदेश में जल निकायों के संरक्षण, कायाकल्प और संरक्षण में जम्मू-कश्मीर की पंचायतों के महत्वपूर्ण योगदान की सराहना की। मिशन अमृत सरोवर को जम्मू-कश्मीर की सभी पंचायतों में उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिली है और यह जल निकायों को पुनर्जीवित करने की हमारी दृढ़ प्रतिबद्धता का भी प्रमाण है। यह प्रगतिशील जम्मू-कश्मीर और जन-भागीदारी की ताकत का प्रतीक है। उन्होंने सभी पंचायतों को सबसे सुंदर अमृत सरोवर बनाने के लिए एक स्वस्थ प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बडगाम की आरिफा आरा, अनंतनाग के जावेद अहमद और किश्तवाड़ के अभिषेक शर्मा का विशेष रूप से उल्लेख किया, जिन्होंने जन जागरूकता बढ़ाने के बारे में अपने बहुमूल्य सुझाव दिए। अनंतनाग के शाहिद हुसैन राठेर, बडगाम के मुश्ताक अहमद वानी और डोडा के अबरार मीर से मत्स्य क्षेत्र में सुधार और टूरिज्म पर इसके प्रभाव, इको-टूरिज्म और जेनेरिक दवाओं को बढ़ावा देने से संबंधित जानकारी भी साझा की।
 

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