Rohingya in J&K: रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ बड़ा एक्शन, 31 लोग गिरफ्तार
Rohingya Issue in Jammu Kashmir: जम्मू रीजन में गैरकानूनी तौर पर रह रहे रोहिंग्या मुहाजिरीन और बांग्लादेशियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई. इसके तहत मंगलवार को जम्मू, राजौरी, पुंछ, डोडा, किश्तवाड़ा और रामबन जिलों से 31 लोगों को गिरफ्तार किया गया. इसके आलावा, इस दौरान इन्हें पनाह देने वालों के ठिकानों को भी खंगाला गया.
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Rohingya Muslims Arrest : जम्मू रीजन में गैरकानूनी तौर पर रह रहे रोहिंग्या मुहाजिरीन और बांग्लादेशियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई. इसके तहत मंगलवार को जम्मू, राजौरी, पुंछ, डोडा, किश्तवाड़ा और रामबन जिलों से 31 लोगों को गिरफ्तार किया गया. इसके आलावा, इस दौरान इन्हें पनाह देने वालों के ठिकानों को भी खंगाला गया.
आपको बता दें कि रोंहिग्या मुहाजिरीन के पास से बड़ी संख्या में पेन कार्ड, आधार कार्ड, वोटर कार्ड, राशन कार्ड और फर्ज़ी बैंक दस्तावेज़ भी बरामद किए गए. जानकारी की मुताबिक किश्तवाड़ में तेरह, डोडा में दस, पुंछ में चार, जम्मू में दो और रामबन, राजौरी ज़िले में एक एक शख्स को गिरफ़्तार किया गया है. गिरफ्तार किए गए लोगों में गिरफ्तार लोगों में से 7 मैरिड कपल और साइबर कैफे चलाने वाले भी शामिल हैं. उन्होंने रोहिंग्या मुहाजिरीन के फर्ज़ी दस्तावेज़ तैयार करने में उनकी मदद की थी. यही नहीं, इसके साथ ही इन ज़िलों में 50 से ज्यादा लोगों पर मुक़दमा भी दर्ज किया गया है. जम्मू की अगर हम बात करें तो अकेले जम्मू में 39 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है.
पुलिस का कहना है कि उन्हें कई दिनों खुफिया एजेंसियों से इस बाबत लगातार इनपुट्स मिल रहे थे. पुलिस ने बताया कि जम्मू ज़ोन में काफी सारे मुख़्तलिफ़ ज़िलों में बहुत से ऐसे लोग है जो न सिर्फ रोहिंग्या मुहाजिरीन को रहने के लिए पनाह दे रहें हैं बल्कि गैरकानूनी तरीके से आधार कार्ड, पेन कार्ड जैसे मुख़्तलिफ़ तरह के दस्तावेज़ भी मुहैया कर रहे हैं जोकि किसी भी शख्स को इस देश की बेसिक सर्विसस हासिल करने के लिए ज़रुरी होते हैं.
पुलिस ने बताया है कि खुफिया एजेंसियों से इनपुट मिलते ही पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए जम्मू-कश्मीर में अलग-अलग थाना इलाकों में 7 FIR दर्ज की गई. पुलिस का कहना है कि रोहिंग्या मुहाजिरीन की मौजूदगी धीरे-धीरे प्रदेश के लिए खतरे का सबब बनती जा रही है जिसपर विराम लगाना बेहद ज़रुरी हो गया इसलिए रोहिंग्या मुहाजिरीन के साथ साथ पुलिस उन्हें अवैध रिहायशी ठिकाने मुहैया कराने वालों के खिलाफ सख्त हो गई है जिसको लेकर कार्रवाई अब भी जारी है.