Amit Shah in J&K : होम मिनिस्टर अमित शाह ने बीजेपी उम्मीदवारों के हक़ में की वोट की अपील !
Jammu Kashmir Assembly Intakhab 2024 : होम मिनिस्टर की दोनों ही रैलियों में बड़ी तादाद में बीजेपी कार्यकर्ताओं, पार्टी समर्थकों और आम लोगों ने शिरकत की. वोटर्स के लिहाज से जम्मू कश्मीर की ये सबसे छोटी असेंबली सीट है. परिसीमन के बाद किश्तवाड़ और इंद्रवाल के कुछ हिस्सों को अलग इसे नई असेंबली सीट बनाया गया है. जिसमें 40 हजार के आसपास कुल वोटर्स हैं, बीजेपी के सुनील शर्मा यहां से उम्मीदवार हैं. जिनका मुकाबला नेशनल कॉन्फ्रेंस की पूजा ठाकुर से है.
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Jammu and Kashmir : जम्मू कश्मीर में पहले फेज़ की वोटिंग के लिए सोमवार को चुनाव प्रचार का आखिरी दिन है. प्रधानमंत्री मोदी की रैली के दो दिन बाद, गृहमंत्री अमित शाह ने आज किश्तवाड़ जिले में दो रैलियां की. पहली रैली पड्डेर नागसेनी असेंबली हल्के के तहत आने वाले गुलाबगढ़ के छत्तरगढ़ स्टेडियम और दूसरी किश्तवाड़ के परेड ग्राउंड में आयोजित की गई.
होम मिनिस्टर की दोनों ही रैलियों में बड़ी तादाद में बीजेपी कार्यकर्ताओं, पार्टी समर्थकों और आम लोगों ने शिरकत की. वोटर्स के लिहाज से जम्मू कश्मीर की ये सबसे छोटी असेंबली सीट है. परिसीमन के बाद किश्तवाड़ और इंद्रवाल के कुछ हिस्सों को अलग इसे नई असेंबली सीट बनाया गया है. जिसमें 40 हजार के आसपास कुल वोटर्स हैं, बीजेपी के सुनील शर्मा यहां से उम्मीदवार हैं. जिनका मुकाबला नेशनल कॉन्फ्रेंस की पूजा ठाकुर से है.
पड्डेर नागसेनी के बाद अमित शाह ने किश्तवाड़ में रैली की. दोनों रैलियो में अवाम से बीजेपी उम्मीदवारों की जिताने की अपील करते हुए अमित शाह ने दावा किया कि किश्तवाड़ के अलावा इस बार पहली बार इंद्रवाल सीट पर भी कमल खिलने जा रहा है. इंद्रवाल से बीजेपी ने तारिक हसन कीन को टिकट दिया है. जबकि किश्तवाड़ से बीजेपी की शगुन परिहार उम्मीदवार हैं.
होम मिनिस्टर ने दिन की आखिरी रैली रामबन जिले के चंद्रकोट इलाके में की. रामबन से बीजेपी ने राकेठ ठाकुर को जबकि बनिहाल से सलीम भट को उम्मीदवार बनाया है. रैली से खिताब करते हुए अमित शाह ने नेशनल-कांग्रेस गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि दोनों पार्टियां जम्मू कश्मीर में अलहेदगी पसंदी और दहशतगर्दी को दोबारा वापस लाना चाहती हैं. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार जम्मू कश्मीर से दहशतगर्दी के मुकम्मल खात्मे को लेकर पुरअज्म है.
आपको बता दें कि 2014 के असेंबली इंतेखाब में चिनाब खित्ते की 6 में से 4 सीटों पर जीत दर्ज की थी. परिसीमन के बाद इस खित्ते में अब 8 सीट हो गई हैं. चुनावी गणित के लिहाज़ से जम्मू और वादी ए कश्मीर के बीच चिनाब की 8 सीटें काफी अहम मानी जा रही हैं...