जम्मू कश्मीर का स्पेशल दर्जा बहाल नहीं हो सकता, लोगों को धोखा नहीं दूंगा: गुलाम नबी आजाद

Jammu and Kashmir: कांग्रेस से इस्तीफा दे चुके गुलाम नबी आजाद ने जम्मू कश्मीर में अपनी पहली रैली की है. इस दौरान उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर का स्पेशल दर्जा बहाल नहीं हो सकता है.

जम्मू कश्मीर का स्पेशल दर्जा बहाल नहीं हो सकता, लोगों को धोखा नहीं दूंगा: गुलाम नबी आजाद
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Jammu and Kashmir: हाल ही में कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे चुके गुलाम नबी आजाद ने कश्मीर के ताल्लुक से बड़ी बाद कही है. उन्होंने कहा है कि जम्मू कश्मीर का स्पेशल दर्जा दोबारा बहाल नहीं हो सकता. इसलिए 360 की बहाली का वादा लोगों को धोखा देने वाला है. लोगों को संबोधित करते हुए आजाद बोले कि वह 10 दिन में पार्टी लांच करेंगे. 

क्षेत्रीय दल अनुच्छेद 370 वापस नहीं दे सकते

गुलाम नबी आजाद ने कहा कि "केवल संसद में दो-तिहाई बहुमत वाली सरकार ही जम्मू-कश्मीर की विशेष स्थिति की बहाली सुनिश्चित कर सकती है." उन्होंने कहा कि "आजाद जानता है कि क्या किया जा सकता है और क्या नहीं. मैं या कांग्रेस पार्टी या तीन क्षेत्रीय दल आपको अनुच्छेद 370 वापस नहीं दे सकते, न ही (टीएमसी प्रमुख) ममता बनर्जी, या द्रमुक या (राकांपा प्रमुख) शरद पवार."

चुनावी फायदे के लिए बेवकूफ नहीं बनाऊंगा

आजाद ने कहा कि "हम ऐसे मुद्दे नहीं उठाएंगे, जिन पर उनका कोई नियंत्रण नहीं है. कुछ लोग कह रहे हैं कि मैं अनुच्छेद 370 के बारे में बात नहीं करता हूं. मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि आजाद चुनावी फायदे के लिए लोगों को बेवकूफ नहीं बनाता है." आजाद ने आगे कहा कि "मैं अल्लाह के समक्ष कसम खाता हूं कि मैं आपको गुमराह नहीं करूंगा. मैं ऐसे नारे या मुद्दे नहीं उठाऊंगा, जिन पर मेरा कोई नियंत्रण नहीं है."

लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मिलेंगी 350 सीटें

गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस के बारे में बोलते हुए कहा कि "कांग्रेस पार्टी की हर राज्य में हार के साथ राज्यसभा में उसकी ताकत कम हो रही है. मुझे नहीं लगता कि कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में 350 से ज्यादा सीट मिल सकती हैं." 
आजाद ने कहा कि उनकी पार्टी जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल कराने, अपने लोगों को नौकरियों और जमीन पर विशेष अधिकार देने तथा विकास लाने पर ध्यान केंद्रित करेगी. 

जमीनी मुद्दे उठाएंगे आजाद

उन्होंने कहा, "जमीन की तरह हमारी नौकरियां भी केवल हमारी होनी चाहिए. इन दो मुद्दों के लिए संसद की जरूरत नहीं है. इसलिए मैं केवल उन चीजों के बारे में बात करता हूं, जिन्हें हासिल किया जा सकता है."

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