Indian Army:नौशेरा में भारतीय सेना द्वारा ईएसएम और नागरिक समुदाय आउटरीच का आयोजन
भारतीय सेना ने मंगलवार को नौशेरा की लड़ाई में एनके जदुनाथ सिंह, पीवीसी के सर्वोच्च बलिदान की याद में 76वां 'नौशेरा दिवस' मनाया.
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भारतीय सेना ने मंगलवार को नौशेरा की लड़ाई में एनके जदुनाथ सिंह, पीवीसी के सर्वोच्च बलिदान की याद में 76वां 'नौशेरा दिवस' मनाया. जम्मू-कश्मीर में राजौरी जिले के नौशेरा सेक्टर में 1947-48 के भारत-पाक युद्ध में यह सबसे भीषण लड़ाई थी. नौशेरा की लड़ाई अद्वितीय है जिसमें निवासियों ने मातृभूमि को बचाने के लिए अपने जीवन और संपत्ति की परवाह किए बिना सेना के साथ लड़ाई लड़ी थी. स्थानीय लोगों के योगदान के प्रति श्रद्धांजलि के रूप में, यह कार्यक्रम निवासियों, ईएसएम और नागरिक प्रशासन अधिकारियों के साथ मनाया गया.
स्कूलों द्वारा सांस्कृतिक उत्सव का आयोजन
लेफ्टिनेंट जनरल नवीन सचदेवा, एवीएसएम, एसएम, जीओसी 16 कोर, मेजर जनरल गौरव ऋषि, एससी, एसएम, जीओसी 25 इन्फ डिवीजन, नागरिक और सैन्य अधिकारियों ने एनके जदुनाथ सिंह, पीवीसी की याद में वीर भूमि पर पुष्पांजलि अर्पित की जिन्होंने सेवा में सर्वोच्च बलिदान दिया. इस कार्यक्रम के बाद नौशेरा के स्कूलों द्वारा एक सांस्कृतिक उत्सव का आयोजन किया गया. जीओसी व्हाइट नाइट कोर ने स्कूली बच्चों और शिक्षकों को उनके उत्साह और सक्रिय भागीदारी के लिए पुरस्कृत किया. उन्होंने नौशेरा और ईएसएम के लोगों के साथ भी बातचीत की, जिसमें उन्होंने नौशेरा शहर और आसपास के सीमावर्ती गांवों के सम्मानित सैनिकों, वीर नारियों और दिग्गजों को सम्मानित किया.
गुर्जर बकरवाल समुदाय का भी था योगदान
इस अवसर पर बोलते हुए, जीओसी ने नौशेरा की वीर आबादी को श्रद्धांजलि अर्पित की जिन्होंने भारतीय सेना के साथ लड़ाई लड़ी. उन्होंने इलाके में शांति बनाए रखने में गुर्जर बकरवाल समुदाय के योगदान को भी स्वीकार किया और उन्हें आश्वासन दिया कि भारतीय सेना हमेशा उनके साथ है. 'नौशेरा दिवस समारोह' के लिए भारतीय सेना ने विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए, जिसमें मल्टी स्पेशलिटी मेडिकल कैंप शामिल था, जिसमें 535 स्थानीय लोगों का इलाज किया गया. इसके साथ कृत्रिम अंग शिविर भी लगाया गया, जिसमें 54 कृत्रिम अंग, 47 व्हील चेयर और बैसाखियां प्रदान की गईं.