Rangward Middle School : कुपवाड़ा के इस गांव में टिन शेड में होती है मिडिल स्कूल की पढ़ाई !
School in Tin Shed : रंगवार्ड चौकी गांव में 19 साल बाद भी नहीं हो सका है स्कूल भवन का निर्माण.
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Jammu and Kashmir : 8 अक्टूबर 2005 को आए भूकंप को 19 साल बीत चुके हैं, लेकिन इस विनाशकारी भूकंप की यादें आज भी लोगों के जेहन में ताजा हैं. इस विनाशकारी भूकंप ने कुपवाड़ा जिले में भी भारी तबाही मचाई थी. भूकंप में लोगों के सामान के साथ-साथ सरकारी इमारतों को भी भारी क्षति पहुंची थी.
बता दें कि, करालपोरा के शैक्षणिक क्षेत्र के रंगवार्ड चौक में भूकंप से पूरा गांव नष्ट हो गया था. इस गांव में स्थापित सरकारी मिडिल स्कूल की इमारत भी नष्ट हो गयी थी. भूकंप के बाद प्रशासन ने पूरे गांव को वहां से हटाकर चौक बुल कर्ण रोड के किनारे स्थित दरंगियारी में बसाया. ऐसे में, स्थानीय लोगों ने स्कूल के लिए 4 कमरों वाला एक टीन शेड बनाया था. जोकि साल 2023 में ब-दस्तूर जारी है. वहीं, स्कूल प्रशासन से लोगों की मांग है कि स्कूल के लिए एक स्थायी भवन बनाया जाए ताकि उनके बच्चों को शिक्षा प्राप्त करने में किसी भी कठिनाइयों का सामना न करना पड़े.
गौरतलब है कि स्थानीय लोगों की शिकायत है कि बीते 19 सालों से मिडिल स्कूल के भवन की मांग चल रही है लेकिन इस संबंध में कोई कार्य नहीं हुआ है. उनका कहना है कि लगातार शिकायतों के बावजूद विद्यालय भवन का निर्माण नहीं हो सका. जिसे लेकर अभिभावकों में काफी आक्रोश है. स्थानीय लोगों का कहना है कि वर्तमान में मिडिल स्कूल में तकरीबन 200 छात्र-छात्राएं पढ़ रहे हैं, लेकिन आठवीं कक्षा तक के इस स्कूल में टीन शेड के केवल 3 कमरे हैं.
स्थानीय लोगों का यह भी कहना है कि गर्मियों के दौरान छात्रों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. फिलहाल, इस समय भारी बर्फबारी हो रही है और टीन शेड में पढ़ रहे बच्चे ठंड से जूझते हैं . उनका कहना है कि गर्मी के मौसम में टीन शेड वाला स्कूल गर्म हो जाता है और सर्दी के मौसम में इस टीन शेड में बहुत ठंड होती है. जोकि छात्र सहन नहीं कर सकते.
इलाके के लोगों ने प्रशासन से इस मिडिल स्कूल के लिए पूर्ण भवन बनाने की मांग की है. इस संबंध में करालपोरा के आंचलिक शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि शिक्षा विभाग द्वारा अब तक कई बार विद्यालय भवन निर्माण के लिए कहा गया है. उन्होंने कोशिश की लेकिन जिस जमीन पर स्कूल भवन का निर्माण होना है वह जमीन वन विभाग की है और उन्हें इस पर आपत्ति है. जिसके कारण अभी तक स्कूल भवन का निर्माण नहीं हो सका. उन्होंने कहा कि विभाग ने फिर से इसके लिए पहल की है. यदि वन विभाग अनुमति देता है तो जल्द ही स्कूल भवन का निर्माण कराया जाएगा.