Mehbooba Mufti on Women Reservation: महबूबा मुफ्ती ने महिला आरक्षण बिल का किया समर्थन, उमर अब्दुल्ला ने भी की तारीफ...
Women Reservation: महबूबा मुफ्ती ने कहा कि महिला आरक्षण बिल पारित होना जरूरी. उन्होंने कहा कि पुरुष-प्रधान राजनीतिक परिदृश्य में महिलाएं हमेशा से ही चुनैतियों को झेलती आईं हैं.
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Mehbooba Mufti Supports Women Reservation Bill: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने संसद में चर्चा का विषय बने महिला आरक्षण विधेयक के पक्ष में बयान दिया. उन्होंने केंद्रीय मंत्रिमंडल के इस फैसले की (Mehbooba Mufti Praises the Central Ministry) तारीफ की. उन्होंने कहा कि ये एक महलाहित और देशहित में बेहद बड़ा कदम है. महबूबा मुफ्ती ने अपने ट्विटर हैंडल (Mehbooba Tweeted) पर पोस्ट करते हुए लिखा कि मुझे इस बात की खुशी है कि आखिरकार देश की कुल आबादी का आधा हिस्सा महिलाओं का है और अब हमें अपना हक मिलने जा रहा है. देश की राजनीति में अब तक महिलाओं का प्रतिनिधित्व (Women Representation) बेहद कम था लेकिन अब हमारा प्रतिनिधित्व बढ़ने का समय आ गया है.
मुफ्ती ने राजनीति के मौजूदा हालातों को देखते हुए कहा कि ''यह एक अच्छा कदम है. देर से ही सही, लेकिन कभी भी देर नहीं हुई. मैं खुद एक महिला होने के नाते बहुत कुछ झेल चुकी हूं और आपको पुरुष-प्रधान राजनीतिक परिदृश्य में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है.''
महबूबा मुफ्ती ने आगे कहा कि अब वक्त आ गया है जब देश की महिलाओं को संसद हो या राज्य विधानसभा सभी जगहों पर उनका पूरा हक मिले. वे बोलीं कि,"देश भर में महिलाओं को जिन चुनौतियों, अत्याचारों का सामना करना पड़ रहा है, उन्हें देखते हुए मुझे लगता है कि यह बिल लाने का सही समय है."
उमर अब्दुल्ला ने भी की तारीफ
नेशनल कांफ्रेंस (NC) के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) ने कहा कि हमारी पार्टी महिला आरक्षण बिल के खिलाफ नहीं है. पार्टी को इस बिल के लागू किए जाने पर भी कोई आपत्ति नहीं है. मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए उमर अब्दुल्ला ने कहा कि हमने महिला आरक्षण का विरोध कब किया? वे बोले कि हमने तो खुद ही इसे कश्मीर की पंचायतों और अन्य स्तरों पर लागू किया है. हम महिला आरक्षण का समर्थन (We Support Women Reservation Bill) करते हैं, हमारे देश की आबादी का आधा हिस्सा हमारी माताएं और बहनें ही तो हैं. हमारी माताओं और बहनों को भी राजनीति में प्रतिनिधित्व का पूरा मौका मिलना चाहिए.