BCWPC training: मिशन वात्सल्य के तहत BCWPC प्रशिक्षण नौशेरा में आयोजित किया गया
BCWPC training under Mission Vatsalya:मिशन वात्सल्य पहल के अंतर्गत, नौशेरा के डाक बंगले में एक प्रशिक्षण सम्मेलन आयोजित किया गया, जिसमें ब्लॉक स्तरीय और ग्राम स्तरीय बाल कल्याण और संरक्षण समितियों के सदस्यों की भागीदारी हुई
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BCWPC training under Mission Vatsalya:मिशन वात्सल्य पहल के अंतर्गत, नौशेरा के डाक बंगले में एक प्रशिक्षण सम्मेलन आयोजित किया गया, जिसमें ब्लॉक स्तरीय और ग्राम स्तरीय बाल कल्याण और संरक्षण समितियों के सदस्यों की भागीदारी हुई. इस सम्मेलन में ब्लॉक स्तर के बाल संरक्षण समितियों के सदस्यों के अलावा पांच ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधि भी शामिल थे. यह कार्यक्रम जिला बाल संरक्षण इकाई, राजौरी और तहसील सामाजिक कल्याण कार्यालय, नौशेरा के सहयोग से आयोजित किया गया था.
लगभग साठ व्यक्ति इस कार्यक्रम में शामिल हुए, जिनमें सुरेश चौधरी, राजौरी के बीसीडब्ल्यूयूपीसी सदस्य; जोनल विकास अधिकारी, श्री कबीर हुसैन; ब्लॉक स्वास्थ्य अधिकारी; और मिशन पोषण के प्रतिनिधियों के साथ-साथ लंबरदार और पूर्व गाँव के प्रमुखों ने भाग लिया. प्रशिक्षण कार्यक्रम को राष्ट्रीय विकास फाउंडेशन (एनडीएफ) के संसाधन व्यक्तियों ने संचालित किया, जिसमें श्री सनी कुमार, कार्यक्रम प्रबंधक, और श्री अमित कुंडल, कार्यक्रम अधिकारी, शामिल रहे.
तहसीलदार नौशेरा, श्री राम पाल शर्मा, कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए राष्ट्रीय विकास फाउंडेशन को धन्यवाद दिया और समितियों के सदस्यों से नौशेरा में बाल संरक्षण तंत्र को मजबूत करने के लिए काम करने का आह्वान किया. उन्होंने एनडीएफ की टीम को बीसीडब्ल्यूयूपीसी और बीसीडब्ल्यूयूपीसी को तकनीकी रूप से सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया.
इसके साथ-साथ राष्ट्रीय विकास फाउंडेशन के अध्यक्ष श्री राजीव खजूरिया ने अपने संबोधन में प्रतिभागियों को ब्लॉक स्तरीय और ग्राम स्तरीय बाल कल्याण और संरक्षण समितियों के सदस्यों के रूप में उनकी भूमिका और जिम्मेदारियों के बारे में विस्तार से बताया.उन्होंने जिला मजिस्ट्रेट राजौरी श्री की भूमिका की सराहना भी की. ओम प्रकाश भगत ने जिला स्तरीय बाल कल्याण एवं संरक्षण समिति की पहली बैठक आयोजित की और जिले में बाल संरक्षण तंत्र को मजबूत करने के लिए जिला एवं क्षेत्रीय अधिकारी को निर्देश जारी किया.
श्री खजूरिया ने प्रतिभागियों को वैकल्पिक देखभाल, गोद लेने के पालन-पोषण की देखभाल और प्रायोजन जैसे उपायों के बारे में जानकारी दी.
उन्होंने समिति सदस्यों से अपने-अपने प्रखंडों एवं गांवों में बाल मैत्रीपूर्ण माहौल को मजबूत करने में योगदान देने का आह्वान किया.उन्होंने कहा कि एनडीएफ टीम वीसीडब्ल्यूपीसी और बीसीडब्ल्यूपीसी को तकनीकी रूप से समर्थन देने के लिए उपलब्ध रहेगी.