अमरनाथ यात्रा को लेकर केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सुरक्षा बैठक कर अधिकारियों को दिए निर्देश

गृह मंत्री ने सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया और उन्हें अधिकारियों ने इस बारे में विस्तृत जानकारी भी दी है। शाह को इंटरनेशनल बार्डर के साथ-साथ एल ओ सी की स्थिति से भी अवगत कराया गया। सूत्रों ने बताया कि उन्होंने केंद्र शासित प्रदेश में शांतिपूर्ण माहौल सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा एजेंसियों को आवश्यक निर्देश देते हुए अमरनाथ यात्रा में श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर कड़े इन्तेजाम करने का निर्देश भी दिया है। 

अमरनाथ यात्रा को लेकर केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सुरक्षा बैठक कर अधिकारियों को दिए निर्देश
Stop

जम्मू और कश्मीर : अमरनाथ यात्रा को लेकर जहां एक ओर श्रद्धालुओं के रिकोर्ड स्तर पर आने के कयास लगाये जा रहे है तो वहीं दूसरी ओर यात्रा की तैयारियों को लेकर जम्मू कश्मीर प्रशासन के साथ केन्द्र सरकार की नजर भी आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर बनी हुई है। दो दिन के अधिकारिक दौरे पर जम्मू कश्मीर आये केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 1 जुलाई से शुरू होने वाली यात्रा के पहले जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। एल जी मनोज सिन्हा, केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला और खुफिया एजेंसियों, अर्धसैनिक बलों, पुलिस और नागरिक प्रशासन के शीर्ष अधिकारी श्रीनगर में हुई बैठक में शामिल हुए।

सूत्रों ने बताया कि बैठक में गृह मंत्री ने सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया और उन्हें अधिकारियों ने इस बारे में विस्तृत जानकारी भी दी है। शाह को इंटरनेशनल बार्डर के साथ-साथ एल ओ सी की स्थिति से भी अवगत कराया गया। सूत्रों ने बताया कि उन्होंने केंद्र शासित प्रदेश में शांतिपूर्ण माहौल सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा एजेंसियों को आवश्यक निर्देश देते हुए अमरनाथ यात्रा में श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर कड़े इन्तेजाम करने का निर्देश भी दिया है। 


अमरनाथ यात्रा को लेकर कुछ दिन पहले भी सुरक्षा बैठक हो चुकी है। इस बार यात्रा 62 दिन की होगी जो 1 जुलाई से शुरू होकर 31 अगस्त को पूरी होगी। इससे पहले जम्मू में रैली के बाद शाम को श्रीनगर में पहुंचे गृह मंत्री शाह ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में जम्मू-कश्मीर ने विकास यात्रा में एक नया मुकाम हासिल किया है। अब का जम्मू कश्मीर नया है जो आर्टिकल 370 के खत्म होने के बाद विकास की नया इतिहास रच रहा है। 


घाटी में 586 करोड़ रुपए के अलग अलग विकास कार्यों का शिलान्यास और उद्घाटन हुआ है, जिनसे 22 लाख लोगों को जल्द ही फायदा होगा। शाह ने कहा कि जब एक घर में प्योर पीने का पानी पहुंचता है तो उससे न सिर्फ महिलाओं की दिक्कत दूर होती है, बल्कि पूरे परिवार के स्वास्थ्य में भी बेहतरीन सुधार होता है। कश्मीर में 100 स्कूलों का आधुनिकीकरण हो रहा है। 

शाह ने कहा, प्रदेश में एक लोकाभिमुख शासन को पिछले पांच सालों में जमीन पर उतारने का काम प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में हुआ है। जम्मू-कश्मीर में पूर्व सरकारों में लोकतंत्र सिर्फ 80-85 लोगों के घेरे तक सीमित था और तीन परिवार इस पर कब्जा करके बैठे थे। ये लोग पंचायत चुनाव नहीं होने देते थे।


सरपंच-पंच और तहसील व जिला पंचायत नहीं बनने देते थे। शाह ने कहा, यूटी में लोकतंत्र तो अब आया है, जब यहां 35 हजार चुने हुए प्रतिनिधि अपने गांव, तहसील और जिले का भविष्य खुद तय कर रहे हैं। यहीं से इन्हीं लोगों में से आने वाले दिनों में एमपी, एमएलए और नए नेता भी निकलेंगे।

 
ढांगरी आतंकी हमले के पीड़ितों से की मुलाकात 
गृहमंत्री अमित शाह ने श्रीनगर राजभवन में राजोरी जिले के ढांगरी में हुए आतंकी हमले के पीड़ितों से मुलाकात की। उन्होंने प्रभावितों को हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया। आठ जनवरी को ढांगरी में आतंकी हमले  में सात लोगों की मौत हो गई थी। इसमें दो सगे भाइयों दीपक और प्रिंस ने भी जान गंवा दी थी। उसकी मां सूरज शर्मा और परिवार के अन्य लोगों से शाह ने मुलाकात की। मौके पर सुशील और उनकी पत्नी थी जिन्होंने आतंकी हमले में अपना बेटा खो दिया था। इसमें घायल हुए पवन शर्मा ने गृहमंत्री को पूरी घटना की बारे में विस्तार से बताया। इस आतंकी हमले में14 लोग घायल हुए थे।

Latest news

Powered by Tomorrow.io