गुरेज़ वैली के 500 फीट ऊंचे आर्टिफीशियल झरने को देखने के लिए खिंचे चले आएंगे टूरिस्ट्स
लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) के पास मौजूद ये घाटी, यहां के लोकल और बाहरी टूरिस्ट्स को बड़ी तादाद में अपनी ओर आकर्षित करती रही है, जो इसके कुदरती और अंछुई खू़बसूरती और नज़ारों का लुत्फ उठाने के लिए यहां खिंचे चले आते हैं। घाटी से होकर गुजरने वाली किशनगंगा नदी का चमचम करता नीला पानी और यहां का हब्बा खातून के नाम से मशहूर पिरामिड के आकार का पहाड़ टूरिस्ट्स के आकर्षण की ख़ाल जगहें हैं।
Latest Photos
जम्मू-कश्मीर: खू़बसूरत कश्मीर अपनी टूरिस्ट डेस्टिनेशन के लिए दुनिया भर में मशहूर है। कश्मीर के हर एक टूरिस्ट डेस्टिनेशन आपको तरह-तरह की नई-नई चीजों का तजुर्बा होगा। टूरिस्ट्स के लिए एक शानदार नजारा पेश करने वाली गुरेज़ वैली भी अपने आप में अनोखी है। टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए सरकार अब इन टूरिस्ट डेस्टिनेशन्स को और ज़्यादा ख़ूबसूरत बनाने के लिए काम कर रही है। इसी कड़ी में सरकार गुरेज़ वैली पर भी ख़ासा ध्यान दे रही है। जिसके लिए, बांदीपुरा के प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि कश्मीर की बेहद शानदार गुरेज़ वैली में आने वाले टूरिस्ट्स को आकर्षित करने और उनकी तादाद में इज़ाफा लाने के लिए, यहां एक 500 फीट ऊंचा आर्टिफीशियल झरना बनाया जा रहा है।
लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) के पास मौजूद ये घाटी, यहां के लोकल और बाहरी टूरिस्ट्स को बड़ी तादाद में अपनी ओर आकर्षित करती रही है, जो इसके कुदरती और अंछुई खू़बसूरती और नज़ारों का लुत्फ उठाने के लिए यहां खिंचे चले आते हैं। घाटी से होकर गुजरने वाली किशनगंगा नदी का चमचम करता नीला पानी और यहां का हब्बा खातून के नाम से मशहूर पिरामिड के आकार का पहाड़ टूरिस्ट्स के आकर्षण की ख़ाल जगहें हैं। गुरेज वैली में आपको दर्द-शिना जनजाति की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की झलक भी देखने को मिल जाएगी, जो अपने आप में एक अनोखा तजुर्बा देगा। दर्द-शिना जनजाति के लोग तुलैल, बागतोर, कंजवान, अचूरा और कई अन्य स्थानों पर फैले कई दूरदराज के गांवों में लॉग हाउस में रहते हैं।
ज्वाइंट डायरेक्टर प्लॉनिंग, इम्तियाज अहमद ने बताया कि प्रशासनिक अधिकारियों ने हाल ही में गुरेज़ का दौरा किया था। उन्होंने दावर में झरने के निर्माण के लिए, एक जगह तय की है। ये झरना यहां आने वाले टूरिस्ट्स के लिए ख़ास होगा।
500 फीट की ऊंचाई से गिराएंगे पानी
उन्होंने कहा कि खंडियाल हाइट्स के नाम से मशहूर ये बेहतरीन लोकेशन घाटी के बीचों बीच मौजूद है जहां से दिल को छू लेने वाला और मनमोहक नज़ारा देखने को मिलता है। उन्होंने बताया कि, "यहां एक जलाशय है और प्रशासन इस जलाशय के पास से गुजरने वाले अस्तान नाले के जरिए पानी लाकर 500 फीट की ऊंचाई से गिराकर झरना बनाने की योजना बना रहा है।"
उन्होंने बताया कि स्थानीय प्रशासन (एसडीएम) की मदद से इस साइट के सामने की जमीन की भी शनाख़्त की गई है, जिसे एक खूबसूरत पार्क के रूप में विकसित किया जा सकता है। उनका कहना है कि, "यह टूरिस्ट्स के लिए एक सुंदर जगह होगी। हमने इसके लिए गुरेज सबडिवीज़न के एग्जिक्यूटिव इंजीनियर को इसपर एक बड़ी प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करने के लिए पत्र भेज दिया है।"
उन्होंने कहा कि प्रशासन घाटी में टूरिज्म की बेहतरीन संभावनाओं वाली दूसरी अंजान जगहों को विकसित करने पर भी काम कर रहा है। उन्होंने बताया कि, "गुरेज़ में शीतल बाग नामक एक जगह है, जहां पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से काबुल गली और नीलम की दो नदियाँ मिलती हैं। यह एक बेहद खूबसूरत जगह है और हमने यहां के हॉर्टिकल्चर डिपार्टमेंट से टूरिस्ट्स को एक अनूठा अनुभव देने के लिए, वहां एक पार्क विकसित करने के लिए कहा है।"