अमरनाथ यात्रा के नाम पर हुई ऑनलाइन ठगी, 300 श्रद्धालुओं से धोखा करके ठगे गए सात-सात हजार रूपये

अमरनाथ यात्रा के लिए आज दूसरा जत्था भी रवाना हो गया है। लेकिन 300 यात्रियों के साथ हुई ठगी से हर कोई हैरान है क्योंकि ये लोग जम्मू में फंस के रह गए हैं। ये ठगी भी एक तरह से ऑनलाइन हो रही है। ठगी का शिकार हुए यात्रियों में उत्तर प्रदेश, दिल्ली और गाजियाबाद के यात्री सबसे ज्यादा थे। इन सभी लोगों का कहना है कि कुछ टूर ऑपरेटर्स ने अमरनाथ यात्रा के ऑनलाइन पैकेज के नाम पर इन  यात्रियों को फर्जी रजिस्ट्रेशन का झांसा दिया है। क्योंकि इन्हें किसी भी किमत पर यात्रा में दर्शन के लिए जाना था इसलिए वो इसके लिए तैयार हो गए और ठगी का शिकार हो गए। 

अमरनाथ यात्रा के नाम पर हुई ऑनलाइन ठगी, 300 श्रद्धालुओं से धोखा करके ठगे गए सात-सात हजार रूपये
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अमरनाथ यात्रा 2023 : अमरनाथ यात्रा की औपचारिक शुरूआत होने के साथ ही बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का पहला जत्था एल जी के हरी झण्डी दिखाने के बाद जम्मू के भगवती नगर से रवाना हुआ। सुबल 4 बजकर 30 मिनट पर जम्मू से पहला जत्था विधिवत पूजा पाठ करने के बाद चला। इसी बीच खबर आ रही है कि जम्मू में तकरीबन 300 यात्रियों के साथ फर्जी रजिस्ट्रेशन का मामला सामने आया है और इसे लेकर जम्मू के कठुआ में एफआईआर भी दर्ज कर ली गई है। यात्रा के नाम पर ठगी का मामला सामने आते ही सुरक्षा बलों और जिला इंतेजामिया सख्ते में आ गया। 


अमरनाथ यात्रा के लिए आज दूसरा जत्था भी रवाना हो गया है। लेकिन 300 यात्रियों के साथ हुई ठगी से हर कोई हैरान है क्योंकि ये लोग जम्मू में फंस के रह गए हैं। ये ठगी भी एक तरह से ऑनलाइन हो रही है। ठगी का शिकार हुए यात्रियों में उत्तर प्रदेश, दिल्ली और गाजियाबाद के यात्री सबसे ज्यादा थे। इन सभी लोगों का कहना है कि कुछ टूर ऑपरेटर्स ने अमरनाथ यात्रा के ऑनलाइन पैकेज के नाम पर इन  यात्रियों को फर्जी रजिस्ट्रेशन का झांसा दिया है। क्योंकि इन्हें किसी भी किमत पर यात्रा में दर्शन के लिए जाना था इसलिए वो इसके लिए तैयार हो गए और ठगी का शिकार हो गए। 


यात्रियों ने बताया कि उनसे डॉक्यूमेन्टस के नाम पर 7000 रूपये प्रति व्यक्ति लिए गए थे, लेकिन जैसे ही वो उन डॉक्यूमेन्टस के साथ अमरनाथ यात्रा के लिए जम्मू पहुंचे तो वहां पता चला कि उन्हें अपने सभी डॉक्यूमेन्टस की जांच करानी पड़ेगी, और जब उन्होंने वहां चैक करने वाले ऑपरेटर को अपने डॉक्यूमेन्टस दिखाये तो पता चला कि वो सभी फर्जी है। पहले एक दो लोगों की शिकायत आई लेकिन धीरे धीरे ये आंकड़ा 300 के पार चला गया।  

 
इस पूरी घटना के बाद ठगी का शिकार हुए यात्री सकते में हैं. दरअसल, ये सभी श्रद्धालु आरएफआइडी कार्ड लेने के लिए पंजीकरण केंद्रों में पहुंचे थे और श्राइन बोर्ड के पोर्टल पर इनका कोई डेटा नहीं मिला. जिसके बाद जम्मू और कठुआ प्रशासन की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. 
कैसे हुआ खुलासा?


जम्मू-कश्मीर की डिप्टी कमिश्नर अवनी लवासा ने कहा कि पुलिस ने इस मामले में शिकायत दर्ज कर ली है और आगे की जांच जारी है। इतना ही नहीं यात्रियों को सलाह देते हुए उन्होंने कहा कि अमरनाथ यात्रा के लिए सिर्फ ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर ही रजिस्टर करें. कठुआ प्रशासन के मुताबिक, ई-केवाईसी वेरिफिकेशन और आरएफआइडी कार्ड जारी करने के समय फर्जीवाड़े का पता चला है। धोखाधड़ी करने वाली ट्रैवल एजेंसी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए मामला पुलिस प्रशासन को सौंप दिया गया। इसके साथ ही प्रशासन ने लोगों को सलाह दी है कि किसी भी फर्जी ट्रेवल एजेंसी के परमिट जारी करने को लेकर सचेत रहें। 
 

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