अमरनाथ यात्रा से पहले, जम्मू कश्मीर में रद्द की गई डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ की छुट्टियां
हर साल होने वाली अमरनाथ यात्रा हिन्दू तीर्थयात्रियों के लिए बहुत बड़ी यात्रा होती है। अपार श्रद्धा से भरे देश के कोने कोने से आने वाले श्रद्धालु बाबा अमरनाथ के दर्शन की इच्छा को मन में समेटकर भयंकर सर्द का सामना कर यहां आते है। 1 जुलाई से शुरू होने वाली यात्रा के लिए तमाम जरूरी इन्तेजाम कर लिये गए है। इस यात्रा के मद्देनजर 19 जून से कुछ विशेष परिस्थितियों को छोड़कर चिकित्सकों और पैरामेडिकल कर्मियों की सभी छुट्टियां रद्द कर दिया गया है। सालाना होने वाली तीर्थयात्रा 1 जुलाई से अनंतनाग जिले में पारंपरिक तौर पर होगी ।
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अनंतनाग : हर साल होने वाली अमरनाथ यात्रा हिन्दू तीर्थयात्रियों के लिए बहुत बड़ी यात्रा होती है। अपार श्रद्धा से भरे देश के कोने कोने से आने वाले श्रद्धालु बाबा अमरनाथ के दर्शन की इच्छा को मन में समेटकर भयंकर सर्द का सामना कर यहां आते है। 1 जुलाई से शुरू होने वाली यात्रा के लिए तमाम जरूरी इन्तेजाम कर लिये गए है। इस यात्रा के मद्देनजर 19 जून से कुछ विशेष परिस्थितियों को छोड़कर चिकित्सकों और पैरामेडिकल कर्मियों की सभी छुट्टियां रद्द कर दिया गया है।
सालाना होने वाली तीर्थयात्रा 1 जुलाई से अनंतनाग जिले में पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबे नुनवन-पहलगाम मार्ग और गांदरबल जिलें में 14 किलोमीटर लंबे बालटाल मार्ग से शुरू होगी। प्रशासन हर तरह की व्यवस्था को लेकर पूरी तरह से सजग है। यात्रीयों की भीड़ को कंट्रोल करने से लेकर उनके सुरक्षा व्यवस्था के साथ ही सभी के खाने का मैन्यू भी श्राइन बार्ड ने तय कर दिया है।
मेडिकल सर्विस जम्मू के डायरेक्टर राजीव के. शर्मा ने तीर्थयात्रा के सम्बन्ध में एक नोटिस जारी किया है जिसके तहत ‘‘श्री अमरनाथ जी यात्रा के मद्देनजर, मातृत्व छुट्टी और चिकित्सा आधार पर मंजूर छट्टियों को छोड़कर डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टॉफ की 19 जून से सभी तरह की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। ’’तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे के, दो महीने चलने वाली यात्रा शुरू होने से एक दिन पहले जम्मू बेस कैम्प से कश्मीर के लिए रवाना होने की उम्मीद है।
नोटिस में साफ तौर पर चीफ मेडिकल अफसरों, मेडिकल अफसरों और ब्लॉक मेडिकल अफसरों को कहा गया है कि वो 62 दिन चलने वाली यात्रा में आने वाले तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए स्टाफ की कमी को जल्द से जल्ग पूरा कर ले ताकि किसी भी श्रद्घालू को दिक्कत या पेरशानी न आ सके ।
सरकार ने अमरनाथ यात्रा के लिए जो शेड्यूल जारी किया था, उसके अनुसार 17 अप्रैल से ऑफलाइन और ऑनलाइन मोड से रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिये गये थे । श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड दुनिया भर के भक्तों के लिए सुबह और शाम की आरती का सीधा प्रसारण करेगा। यात्रा, मौसम और कई सेवाओं का ऑनलाइन लाभ उठाने के लिए श्री अमरनाथ यात्रा का ऐप गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध कराया गया है।