Betaab Valley Kashmir: फिल्मी नाम से शहूर हुई बेताब वैली है बेहद शानदार, एक बार जरूर घूमने जाएं
ख़ुदा ने जम्मू-कश्मीर को क़ुदरती हुस्न से नवाज़ा है, यूं ही नहीं इसे 'धरती का स्वर्ग' कहा जाता. यहां एक से बढ़कर एक टूरिस्ट डेस्टिनेशन मौजूद हैं. जम्मू-कश्मीर घूमने आया हर एक मुशाफिर यहां की खू़बसूरती देखकर मंत्रमुग्ध हो जाता है और फिर यहां से वापस लौटने का दिल नहीं करता.
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Jammu and Kashmir: जम्मू-कश्मीर में मौजूद बेताब वैली क़ुदरती नज़ारों से लबालब एक ऐसी खू़बसूरत घाटी है, जिसकी लाजवाब ख़ूबसूरती आपको मदहोश कर देगी. अपनी ख़ूबसूरती के लिए दुनिया भर में मशहूर इस घाटी में विदेश से भारत घूमने आया हर एक टूरिस्ट यहां जरूर आता है. साल 1983 में बनी बॉलीवड की एक फिल्म ने बेताब वैली को पूरी दुनिया में मशहूर कर दिया. जिसके बाद यहां आने वाले सैलानियों का सिलसिला कभी नहीं थमा. अगर आपने अभी तक कश्मीर और बेताब वैली नहीं घूमी है, तो अलगे बार इसे अपनी बकेट लिस्ट में जरूर शामिल करें.
सदाबहार बेताब वैली
साल भर अपने शानदार और दिलकश मौसम की वजह से ये घाटी टूरिस्ट्स के लिए हमेशा खुली रहती है. अगर आप बर्फबारी के शौकीन हैं तो सर्दियों का मौसम आपके लिए सबसे बेहतरीन रहेगा और अगर आप हल्की सर्दी और हरे भरे पहाड़ों और नदियों के शौकीन हैं तो मार्च और अप्रैल की गर्मियां आपके लिए सबसे बढ़िया ऑप्शन हैं. घाटी के हैरतअंगेज़ नज़ारे आपके दिल में उतर जाएंगे.
है और भी बहुत कुछ
इसके अलवा घाटी के आस-पास ऐसी बहुत-सी टूरिस्ट डेस्टिनेशंस हैं, जिनको घूमकर आपको बहुत ज़्यादा मज़ा आने वाला है. यहां आप लिद्दर पार्क और तुलियन झील घूम सकते हैं. इसके आलावा आप यहां ट्रैकिंग का तजुर्बा ले सकते हैं. अगर आप एक कुदरत पसंद इंसान हैं तो कम से कम एक बार बेताब घाटी जरूर जाएं. बेताब वैली का नज़ारा आपके लिए पैसा वसूल सफर होगा. पहलगाम से सिर्फ 15 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद बेताब वैली के लिए रेलवे स्टेशन और हवाई अड्डा दोनों ही नजदीक हैं. आप अपनी सहुलियत के हिसाब से अपनी सफर तय कर सकते हैं.
ऐसे पड़ा था नाम
साल 1983 में यहां सन्नी देओल की फिल्म बेताब की शूटिंग हुई थी. इसी फिल्म ने बेताब वैली को टूरिस्ट्स के बीच वो मक़बूलियत दी, जिसकी वजह से आज ये दुनिया भर में जानी जाती है. बाद में इसी फिल्म के नाम पर इस वैली का नाम बेताब वैली पड़ गया.