State Mourning in J&K : डॉ. मनमोहन सिंह ने निधन पर क्या बोले जम्मू कश्मीर के नेता ?
Dr. Manmohan Singh Death : डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर जम्मू-कश्मीर सरकार ने 7 दिन के शोक का एलान किया गया है. जोकि 26 दिसंबर से 1 जनवरी तक जारी रहेगा. इस दौरान, सभी सरकारी प्रोग्राम कैंसिल कर दिए गए हैं.
Latest Photos
Jammu and Kashmir : देश के पूर्व वज़ीरे आज़म डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर जम्मू-कश्मीर सरकार ने 7 दिन के शोक का एलान किया गया है. जोकि 26 दिसंबर से 1 जनवरी तक जारी रहेगा. इस दौरान, सरकारी की अधिकारिक बैठकें और कार्यक्रम नहीं होंगे. साथ ही, आज के सभी सरकारी प्रोग्राम कैंसिल कर दिए गए हैं. वहीं, गुरूवार देर रात मनमोहन सिंह का पार्थिव शरीर उनके घर लाया गया. आखिरी दर्शन के लिए उनके शरीर को यहां रखा जाएगा.
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने ऐलान किया है कि पूर्व प्रधानमंत्री के निधन पर आगले सात दिनों तक सरकारी कार्यालयों पर तिरंगे को आधा झुका रहेगा...
92 साल की उम्र में दुनिया को कहा अलविदा
आपको बता दें कि मनमोहन सिंह की आख़िरी रुसूमात सरकारी एज़ाज़ के साथ अदा की जाएगी. कल 92 साल की उम्र में उनका निधन हो गया था. उन्होंने रात 9:51 बजे दिल्ली AIIMS में आखिरी सांस ली.
जम्मू-कश्मीर में शोक की लहर
डॉ. मनमोहन सिंह की मौत पर, जम्मू-कश्मीर के बड़े लीडरान ने दुख का इज़हार किया है. ऐसे में, जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री (CM) उमर अब्दुल्ला ने भी डॉ. सिंह के इंतेक़ाल पर दुख का इज़हार किया. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'x' पर पोस्ट कर लिखा, डॉ मनमोहन सिंह के इंतेक़ाल के बारे में सुनकर बहुत अफ़सोस हुआ. वो एक माहिर इकनॉमिस्ट थे. उनके इंतेक़ाल से हिंदुस्तान ने एक अज़ीम बेटा खोया है...
Very sorry to hear about the demise of former PM Dr Manmohan Singh. I had many occasions to interact & learn from him. He was truly an intellectual giant, an accomplished economist but above all he was a thorough gentleman, a giant among pygmies. India has lost a great son with…
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) December 26, 2024
महबूबा मुफ्ती
उधर, पीडीपी चीफ महबूबा मुफ़्ती ने उनके इंतेक़ाल पर अफ़सोस का इज़हार कर एक्स पर लिखा, "वो सबसे नर्म मिजाज़ लोगों में से एक थे. दरपेश चैलेंजेज़ के बावजूद, डॉ सिंह ने अमन को बढ़ावा देने और जम्मू कश्मीर में तरक़्क़ी के एक नए दौर का आग़ाज़ करने के लिए कड़ी मेहनत की..."
I had the privilege of meeting Dr. Manmohan Singh & I am certain that he was one of the most humble and gentle souls I've encountered - an extremely rare trait in politicians today. His humility & kindness were evident even during his double tenure as Prime Minister when he would… pic.twitter.com/eSAO3GMdDC
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) December 26, 2024
डॉ. सिंह की नितियों को दुनिया ने सराहा
गौरतलब है कि साल 1991 से 1996 तक डॉ. मनमोहन सिंह भारत के वित्त मंत्र रहे थे. इस दौरान, उन्होंने मआशी इस्लाहात की एक जमा पॉलिसी लागू की, जिसे दुनिया भर में सराहा गया.
इन सुधारों ने भारत को आर्थिक संकट से उबार कर एक नई दिशा दी. डॉ. मनमोहन सिंह 1991 में पहली बार राज्यसभा के सदस्य बने. उन्होंने पांच बार असम की नुमाइंदगी की और 2019 में राजस्थान से राज्यसभा सदस्य बने. साल 1998 से 2004 तक जब बीजेपी सत्ता में थी. डॉ. सिंह राज्यसभा में अपोज़ीशन लीडर रहे...
देश के बड़े नताओं ने दी श्रद्धांजलि
वहीं, आज सुबह, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, जेपी नड्डा समेत कई बड़े नेताओं ने मनमोहन सिंह के आवास पर पहुंचे. जहां, उन्होंने डॉ. सिंह को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी.
इसके अलावा, कांग्रेस की दिग्गज नेता सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी ने भी खिराजे अक़ीदत पेश किया. डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर कांग्रेस पार्टी ने भी आने वाले सात दिनों तक अपने सभी कार्यक्रमों को रद्द कर दिया है...