Drug Awareness Camp : इंडियन आर्मी ने ड्रग्स के खिलाफ मेंढर के नौजवानों को किया जागरूक !
Anti Drug Mission : भारत-पाक सीमा से सटी मेंढर तहसील में आयोजित इस प्रोग्राम का मकसद इलाके के नौजवानों में नशे के बढ़ते असर और इसके घातक परिणामों के प्रति जागरूकता फैलाना था. स्कूली छात्र और युवाओं ने इस आयोजन में हिस्सा लिया और नशे से बचने के उपायों को लेकर अपनी-अपनी बात कही.
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Jammu and Kashmir : पुंछ जिले की मेंढर सब डिविजन में इंडियन आर्मी द्वारा नशा मुक्त अभियान के तहत एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में सेना के ब्रिगेड कमांडर बतौर चीफ गेस्ट मौजूद रहे.
भारत-पाक सीमा से सटी मेंढर तहसील में आयोजित इस प्रोग्राम का मकसद इलाके के नौजवानों में नशे के बढ़ते असर और इसके घातक परिणामों के प्रति जागरूकता फैलाना था. स्कूली छात्र और युवाओं ने इस आयोजन में हिस्सा लिया और नशे से बचने के उपायों को लेकर अपनी-अपनी बात कही.
वहीं, इस कार्यक्रम के दौरान, वक्ताओं ने नशे से होने वाले शारीरिक, मानसिक और सामाजिक नुकसान पर जोर डाला. साथ ही, नौजवानों को नशे की लत से बचने और सकारात्मक जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित किया गया.
सेना का यह प्रयास बॉर्डर वाले इलाकों में नशा मुक्त समाज बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है.
प्रोग्राम में शामिल हुए नौजवानों ने आर्मी के प्रयासों की सराहना की है. ऐसे में, मेंढर की स्थानीय निवासी अपर्णा बताती हैं कि "आज घाटी के कई नौजवान ड्रग्स के चंगुल में फंस चुके हैं. कई छोटे-छोटे बच्चों को ड्रग्स की लत लग चुकी है. वे परेशान हैं कि नशे के इस चंगुल से कैसे निकलें. ऐसे में, आर्मी के अवेयरनेस कैंप लोगों के लिए मददगार साबित हो सकते हैं. उम्मीद है कि आने वाले वक्त में आर्मी की तरफ से और भी ड्रग अवेयरनेस प्रोग्राम्स का आयोजन किया जाएगा. क्योंकि बच्चों को ड्रग्स के खिलाफ कैसे लड़ना है यह सब चीज़ें हमारे स्कूलों में नहीं सिखाई जाती हैं. उसके लिए, ऐसे ही प्रोग्राम काम में आते हैं"
राघव दिव्याल कहते हैं कि "यह बड़ी बात है कि आर्मी की ओर से बॉर्डर से सटे हमारे मेंढर में एक ड्रग अवेयरनेस कैंप का आयोजन किया गया है. जिसमें, लोकल नौजवानों के साथ-साथ स्कूली बच्चों को भी ड्रग्स के खिलाफ जागरूक किया जा रहा है.