Jammu and Kashmir: आम जनता को ऑनलाइन सर्विस प्रोवाइड करने के मामले में कश्मीर दूसरे नंबर-2 पर...
E-UNNAT Portal: जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव अरुण कुमार मेहता ने बुधवार को E-UNNAT पोर्टल पर लोगों के लिए लगभग 913 सेवाओं की ऑन-बोर्डिंग का ऐलान किया. उन्होंने कहा कि, प्रशासन ने आम जन को मिलने वाली सेवाओं को आसानी से उन तक पहुंचाने का संकल्प लिया है.
Latest Photos
E-UNNAT Portal: आर्टिकल-370 हटने के बाद बीते चार सालों में कश्मीर आए दिन तरक्की की एक नई सीढ़ी चढ़ रहा है. इसी कड़ी में बीते दिनों आम जन को ऑनलाइन सर्विस प्रोवाइड करने के मामले में कश्मीर ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए केरल को पछे छोड़ दिया है. इस साथ ही कश्मीर अब ऑनलाइन सिटिजन सर्विसेज के मामले में देश में दूसरे नंबर पर पहुंच गया है. आंकड़ों की माने तो साल 2021 में कश्मीर में सिर्फ 35 ऑनलाइन सिटीजन सर्विस मौजूद थीं, जो आज बढ़कर 913 पर पहुंच चुकी हैं.
जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव अरुण कुमार मेहता ने बुधवार को E-UNNAT पोर्टल पर लोगों के लिए लगभग 913 सेवाओं की ऑन-बोर्डिंग का ऐलान किया. उन्होंने कहा कि, प्रशासन ने आम जन को मिलने वाली सेवाओं को आसानी से उन तक पहुंचाने का संकल्प लिया है जो कश्मीर के विकास में एक मील का पत्थर साबित होगा.
मध्य प्रदेश पहले नंबर पर
अरुण कुमार मेहता ने आगे बताते हुए कहा कि, 'पिछले साल कश्मीर में डिजिटल जम्मू-कश्मीर प्रोग्राम को मिशन मोड पर शुरू किया गया. जिसके तहत साल 2021 में मौजूद कुल 35 सेवाएं थीं, जो बढ़कर 913 सेवाओं तक पहुंच गई है. इस साल कश्मीर में मौजूद 913 सुविधाओं का आंकड़ा केरल की 911 ऑनलाइन सुविधाओं को पार कर दूसरे नंबर पर पहुंच गया है. वहीं मध्य प्रदेश इस लिस्ट में पहले नंबर पर है.'
हर एक परिवार तक पहुंचने का लक्ष्य
जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव अरुण कुमार मेहता ने कहा कि, राज्य के विकास के लिए प्रशासन का स्वास्थ्य, शिक्षा और नशामुक्ति जैसे क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा लोगों तक ऑनलाइन नागरिक सेवाओं की पहुंचाने का लक्ष्य है. ताकी, प्रदेश के हर एक परिवार तक सरकार की सुविधाओं को पहुंचाया जा सके.
मिले 52 लाख से ज्यादा SMS
बता दें कि, प्रशासन ने टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल के जरिए 'मोबाइल दोस्त' ऐप जैसे सिंगल इंटीग्रेटेड पोर्टल पर सेवाओं को 24×7 उपलब्ध कराया है. इसकी मदद से जम्मू-कश्मीर में डिजिटलीकरण की शुरुआत हुई है. इन सभी सेवाओं की ठीक जानकारी के लिए नागरिक प्रतिक्रिया को लेकर रैपिड असेसमेंट सिस्टम (RAS) भी तैयार किया गया है. उन्होंने बताया कि लोगों की तरफ से अब तक 52 लाख से ज्यादा एसएमएस मिले हैं.