उधमपुर जिले में होगा फ़ीमेल इंडस्ट्रियल एरिया
एल जी मनोज सिन्हा :औद्योगिक तर्रक्की जनता की ज़िन्दगी बेहतर बनाने के लिए "अहम किरदार" निभा रही है, औद्योगिक तर्रक्की का मक़सद एक ऐसा मुशरया को आकार देना है जो मज़बूत हो और सभी की "मेहनत की बुनियाद पर खड़ा करना है". जम्मू कश्मीर ऐसा पहला प्रदेश है जिसने 400 से ज़्यादा सेवाएं ऑनलाइन मोहय्या करवाई है. आई आई टी, आई आई एम और एम्स जैसे बड़े संस्थान जम्मू में खुले है, आने वाले कुछ सालों में 42 नए इंडस्ट्रीयल एस्टेट लाये जाएंगे और 20 हज़ार करोड़ से ज़्यादा पर काम जारी है.
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जम्मू कश्मीर के एल जी मनोज सिन्हा ने कहा की संअती तरक़्क़ी अवाम की ज़िन्दगी बेहतर बनाने के लिए अहम किरदार अदा कर रही, स्मॉल स्केल इंडस्ट्रीज़ की जानिब से मुनाक़िद नार्थ ज़ोन MSME कॉन्क्लेव एंड इन्वेस्टर मीट का ऐहतराम करते हुए एल जी मनोज सिन्हा ने संअती तरक़्क़ी पर ज़ोर देते हुए कहा कि ऐसा मुशरया बनाना जिसमें अवाम मज़बूत हो और सभी मेहनत की बुनियाद पर खड़ी हो सके
उन्होंने कहा के सभी के काम करने का तरीक़ा कुशल हो ताकि आने वाले वक़्त में जम्मू कश्मीर की तरक़्क़ी में नए इंजन का किरदार अदा कर सके, एल जी ने कहा कि गुज़िशता 3 सालों में सबसे बड़ा बदलाव जम्मू कश्मीर में देखने को मिला है. 5 अगस्त 2019 में वज़ीरे आज़म नरेंदर मोदी की जानिब से की गई पहल के सबब आर्टिकल 370 मंसूख़ हुआ, जिसके सबब जम्मू कश्मीर में इंडस्ट्रियल इंवेटमेंट में होम मिनिस्टर अमित शाह ने दिलचस्पी दिखाई ।
उन्होंने बताया के जम्मू कश्मीर ऐसी पहली रियासत है जिसने 400 से ज़्यादा ख़िदमात ऑनलाइन मुहैया करवाई हैं । स्कीम्स और प्रोजेक्ट्स की रफ़्तार में भी इज़ाफ़ा हुआ है और वहीं जम्मू में आई आई टी, आई आई एम और एम्स जैसे बड़े इदारे खुले हैं ।
साथ ही साथ उन्होंने कहा कि रियासत में ना सिर्फ़ सफ़ाई और कारगर वयवस्था हमारा नारा है, बल्कि ये ही हमारी कमिटमेंट है । वहीं उन्होंने बताया कि जम्मू कश्मीर मुल्क की तरक़्क़ी में नए इंजन के तौर पर एक एहम किरदार अदा कर रहा है। यहाँ पर हर तरह की सड़क और हवाई ख़िदमात है जो उद्योगों के लिए कारगर है, वही सड़कों और सुरंगों के नेटवर्क को और मज़बूत करने के लिए 1.25 लाख करोड़ से ज़्यादा की रक़म खर्च की जा रही है।
साथ ही साथ एल जी ने मुल्क के अवाम ये भी अपील की कि मुल्क के दीगर हिस्सों के लोगो का ये फ़र्ज़ बनता है कि वो भी जम्मू कश्मीर में इन्वेस्ट करके इसकी तरक़्क़ी में तआवुन कर सकें ।
रियासत में चल रही कोशिशो काविश से 70 हज़ार करोड़ से ज़्यादा इन्वेस्टमेंट प्रपोज़ल आये है और आने वाले कुछ सालों में 42 नए इंडस्ट्रीयल एस्टेट लाये जाएंगे और 20 हज़ार करोड़ से ज़्यादा पर काम जारी है ।