USBRL Project : USBRL प्रोजेक्ट तैयार होने पर संगलदान के लोगों की जिंदगी में आएगा बड़ा बदलाव !

USBRL Train Trial : हाल ही में, कटरा और बनिहाल के बीच हाई स्पीड ट्रेन के सफल ट्रायल रन ने संगलदान के बाशिंदों को उत्साहित कर दिया है. बता दें कि यह वही इलाका है, जो कभी आतंकवाद का केंद्र हुआ करता था, जहां दिन के उजाले में भी लोग बाहर निकलने से डरते थे.

USBRL Project : USBRL प्रोजेक्ट तैयार होने पर संगलदान के लोगों की जिंदगी में आएगा बड़ा बदलाव !
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Jammu and Kashmir : जम्मू-कश्मीर में रामबन जिले के गूल तहसील के संगलदान रेलवे स्टेशन से कटरा को देश के बाकी हिस्से से जोड़ने वाले USBRL प्रोजेक्ट की शुरुआत एक ऐतिहासिक कदम साबित होने जा रहा है. यह कदम न केवल इस इलाके के लोगों के लिए वरदान साबित होगा, बल्कि यह इलाके की विकास प्रक्रिया में एक नया मोड़ भी लाएगा. 

हाल ही में, कटरा और बनिहाल के बीच हाई स्पीड ट्रेन के सफल ट्रायल रन ने संगलदान के बाशिंदों को उत्साहित कर दिया है. बता दें कि यह वही इलाका है, जो कभी आतंकवाद का केंद्र हुआ करता था, जहां दिन के उजाले में भी लोग बाहर निकलने से डरते थे. 

ऐसे में, बुधवार दोपहर, जब ट्रेन में सवार CRS टीम और रेलवे अधिकारियों तथा इंजीनियरों की टीम संगलदान रेलवे स्टेशन से बनिहाल की ओर बढ़े, तो इलाके के लोगों ने खुशी का इज़हार किया. 

गौरतलब है कि संगलदान के लिए यह ट्रेन सेवा न केवल एक क्रांतिकारी बदलाव है, बल्कि जम्मू और कश्मीर के सबसे पिछड़े और खूबसूरत इलाकों में से एक में जीवन के सभी पहलुओं में परिवर्तन की एक नई सुबह की तरह है. यह स्टेशन नेशनल हाईवे और जिला मुख्यालय से 37 किलोमीटर दूर स्थित है, जिससे इस क्षेत्र के विकास में जबरदस्त रुकावटें आई थीं.   

आपको बता दें कि अब तक, गूल-संगलदान के लोग उधमपुर पहुंचने के लिए 85 किलोमीटर का सफर तय करते थे, जोकि भूस्खलन और खराब सड़क का कारण और मुश्किल होता था. इस रास्ते को तय करने में उन्हें लगभग 2.5 घंटे लगते थे और इसके लिए उन्हें भारी किराया भी चुकाना पड़ता था. लेकिन अब यह दूरी वे एक घंटे से भी कम समय में और बेहद कम किराए पर तय कर सकेंगे.

यह ट्रेन सर्विस केवल संगलदान के लोगों के लिए ही नहीं, बल्कि मरीजों, छात्रों और दुकानदारों के लिए भी एक बड़ी राहत लेकर आएगी. अब वे उधमपुर और जम्मू तक आसानी से और कम समय में पहुंच सकेंगे.  

संगलदान के लोगों का मानना है कि अगर माता वैष्णो देवी के दर्शन करने आने वाले भक्तों में से कुछ गूल-संगलदान इलाके के पर्यटन स्थल जैसे तत्ता पानी, डगन टॉप, राम कुंड आदि को देखने के लिए यहां आएं, तो इससे न केवल क्षेत्र के विकास में तेजी आएगी, बल्कि उनके जीवन में भी एक बड़ा बदलाव आएगा. 

संगलदान की जनता ने एकमत होकर यह अपील की है कि वंदे भारत ट्रेन का संगलदान में एक छोटा सा स्टॉपेज़ भी होना चाहिए, ताकि और अधिक लोग इस क्षेत्र के विकास में योगदान दे सकें. 

USBRL प्रोजेक्ट इस इलाके की तस्वीर को बदलने की ताकत रखता है और संगलदान के निवासियों के जीवन में नई संभावनाओं के दरवाजे खोलने वाला साबित होगा...
 

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