AIIMS Jammu : 1 मार्च से शुरु होगी जम्मू एम्स में OPD सुविधा, अब जम्मू प्रदेश के लोगों को मिलेगा फायदा
AIIMS JAMMU OPD starts from March : जम्मू कश्मीर के लोगों के लिए एक बहुत अच्छ खबर आई है. और वो अच्छी खबर ये है कि जम्मू एम्स में 1 मार्च से मरीज़ों के लिए ओपीडी सर्विस शुरु कर दी जाएगी.
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जम्मू कश्मीर AIIMS JAMMU : जम्मू कश्मीर के लोगों के लिए एक बहुत अच्छ खबर आई है. और वो अच्छी खबर ये है कि जम्मू एम्स में 1 मार्च से मरीज़ों के लिए ओपीडी सर्विस शुरु कर दी जाएगी.
बता दें कि, जम्मू दौरे के दौरान पीएम मोदी ने जम्मू एम्स का उद्घाटन किया. लेकिन अब से तीन साल पहले रखी गई इस अनुसंधान की नींव के बाद से ही, प्रदेश के लोगों इस बात के इंतज़ार में बैठे कि कबतक अस्पताल आम लोगों के लिए शुरु किया जाए और कब से इसमें मरीज़ों के लिए ओपीडी की सुविधा मिलेगी.
और अब इस बीच एम्स के डारेक्टर डॉ. शक्ति गुप्ता ने इस बात का ऐलान किया है कि 1 मार्च से आम नागरिकों के लिए अपोडी की सुविधा शुरू कर दी जाएगी.
डारेक्टर डॉ. शक्ति गुप्ता कहा कि, जर्मनी से कुछ मशीनें पहुंच गई हैं जबकि कुछ आना अभी भी बाकी है. उन्होंने आगे कहा कि एम्स में रेफर पेशेंट्स को प्राथमिकता मिलेगी. और इसके अलावा मरीज़ों को अपॉइंटमेंट की भी सुविधा मिलेगी.
डॉ. गुप्ता ने कहा कि, 'एम्स में 30 जनरल और 20 सुपर स्पेशियलिटी डिपार्टमेंट हैं. पहले चरण में करीब 30 से ज्यादा जनरल और सुपर स्पेशियलिटी डिपार्टमेंट में ओपीडी सेवाएं शुरू की जा रही हैं. इसके साथ ही जिला स्तर के मरीजों को उचित मेडिकल सर्विस देने के मकसद से टेलीमेडिसिन फैसिलिटी भी शुरू की जा रही है. इसके अलावा, जो मरीज ऑनलाइन अप्यांटमेंट लेकर आएंगे, उन्हें सीधे संबंधित डाक्टर के पास भेजा जाएगा.
डॉ. गुप्ता ने आगे बताया कि, 'पहले चरण में काम लगभग पूरा हो गया है जिसका पीएम मोदी ने औपचारिक उद्घाटन कर दिया. ये पल प्रदेश के लिए बेहद खुशी का पल है.'
उन्होंने बताया कि, एम्स की करीब 500 नर्सों को दिल्ली एम्स में अलग-अलग मेडिकल क्षेत्रों में ट्रेनिंग दी गई है. 187 क्रिएटिड पोस्ट्स में से 85 फैकल्टी मैंबर्स का अपॉइंटमेंट कर लिया गया है और बाकी की भर्ती जारी है. उधर, एम्स में सुरक्षा के लिए 100 प्रतिशत स्थानीय एक्स सर्विसमैन की नियुक्ति करने की बात कही है. और अगर जगह बची तो दूसरे प्रदेश के लोगों को मौका मिलेगा.
यूं समझिए की, एम्स रेफरल अस्पताल के रूप में काम करेगा, जिसमें गंभीर मरीजों को प्राथमिकता दी जाएगी. जिले को टेलिमेडिसिन सेवा से जोड़ने की कोशिश की जाएगी.
आपको बता दें कि एम्स की मेडिकल फेसिलिटीज़ जम्मू-कश्मीर के साथ लेह लद्दाख, पंजाब और हिमाचल प्रदेश के मरीजों को भी फायदा मिलेगा.