कश्मीरी युवाओं को रोजगार देने के लिए सेना ने उठाया बड़ा कदम, ट्रेनिंग के लिए भेजा जयपुर

इस योजना के तहत युवाओं को विभिन्न ट्रेंड में 3 से 12 महीने तक के फ्री कोर्स करवाए जाते है. ट्रेनिंग के दौरान रहना, खाना-पीना, वर्दी, स्टेशनरी,  मेडिकल फैसिलिटीज़ आदि सभी प्रकार की सुविधाएं भी दी जाती हैं

कश्मीरी युवाओं को रोजगार देने के लिए सेना ने उठाया बड़ा कदम, ट्रेनिंग के लिए भेजा जयपुर
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Himayat Yojna: भारतीय सेना की तरफ से हिमायत योजना के तहत रोज़गार परीक्षण के लिए पुंछ जिले के 55 युवाओं को जयपुर और राजस्थान भेजा गया है. जम्मू कश्मीर में सेना की तरफ से ऑपरेशन सद्भावना  (Operation Sadbhavana) के तहत स्थानीय युवाओं को रोज़गार उपलब्ध कराने की मुहिम में सरकार द्वारा चलाई गई हिमायत योजना (Himayat Yojna) के तहत युवाओं को रोज़गार जुटाने के लिए भारतीय सेना का अहम रोल रहा है.

ट्रेनिंग के लिए भेजा जयपुर, राजस्थान

वही पुंछ जिले के अलग अलग जगहों से सेना की तरफ से 55 लड़के और लड़कियों को चुना गया हैं. चुने गए लोगों को जयपुर, राजस्थान में तीन महीने के ट्रेनिंग के लिए भेजा गया है. इन 55 युवकों में सुरनकोट के 20 लड़के, मंडी के 27 लड़के और 04 लड़कियां और पुंछ टाउन के 04 लड़के शामिल हैं.

हिमायत योजना का उद्देश्य

केंद्र सरकार द्वारा हिमायत योजना शुरू करने का मुख्य उद्देश्य बेरोज़गार युवाओं को स्किल ट्रेनिंग देकर रोज़गार मुहैया करवाना है. हिमायत योजना के तहत युवाओं को कई ट्रेड में ट्रेनिंग दी जाती है. ट्रेनिंग के साथ-साथ विभिन्न निजी कंपनियों में रोज़गार भी मुहैया करवाया जाता है. इस योजना के तहत युवाओं को विभिन्न ट्रेंड में 3 से 12 महीने तक के फ्री कोर्स करवाए जाते है. ट्रेनिंग के दौरान रहना, खाना-पीना, वर्दी, स्टेशनरी,  मेडिकल फैसिलिटीज़ आदि सभी प्रकार की सुविधाएं भी दी जाती हैं.

युवाओं में दौड़ी खुशी की लहर

सरकार और सेना की इस कोशिश को युवाओं ने खूब सराहा है. साथ ही युवाओं ने इस योजना के तहत इस कदम की तारीफ की है और कहा की हमारा आने वाला कल महफूज़ है. इस कदम को वह अपने उज्जवल भविष्य के तौर पर देख रहे हैं. युवाओं का कहना है कि अब आने वाले दिनों में हम अपना काम या नौकरी कर सकते हैं. अब हम किसी के मोहताज नहीं रहे हैं.

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