Lok Sabha Elections : जम्मू-कश्मीर में परिसीमन के बाद, बारामूला लोकसभा में वोटर्स की तादाद 12 से हुई 17 लाख !

Baramulla Lok Sabha : कश्मीर में परिसीमन (Delimitation) के बाद, जिस लोकसभा हल्के में सबसे कम बदलाव हुआ, वो बारामूला लोकसभा सीट है. बता दें कि पुराने लोकसभा हल्के में सिर्फ दो असेंबली सेगमेंट का इज़ाफा हुआ है. लेकिन इन पांच साल में वोटर्स की तादाद में 45 फीसद से ज्यादा इजाफा देखा गया है.

Lok Sabha Elections : जम्मू-कश्मीर में परिसीमन के बाद, बारामूला लोकसभा में वोटर्स की तादाद 12 से हुई 17 लाख !
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Jammu and Kashmir : मतदान की तारीख के करीब आने के साथ ही, बारामूला में लोकसभा चुनाव प्रचार जोर पकड़ने लगा है. राजनीतिक पार्टियां, रोड शो, जन सभा, जनसंपर्क मुहिम के जरिए घाटी के मतदाताओं से अपने अपने उम्मीदवारों के लिए वोट मांग रही हैं. 

कश्मीर में परिसीमन के बाद बारामूला लोकसभा सीट का जुग़राफिया (Geography) बदल गया है. 2019 के इलेक्शन में इस लोकसभा क्षेत्र में उत्तरी कश्मीर के तीन जिले बारामूला, बांदीपोरा और कुपवाड़ा आते थे. उस वक्त बारामूला लोकसभा के कुल वोटर्स की तादाद, तकरीबन 12 लाख थी. जो अब बढ़कर 17 लाख से ऊपर हो गई है. परिसीमन के बाद, इसमें बडगाम जिले का कुछ हिस्सा भी शामिल हो गया है.

गौरतलब है कि नए लोकसभा हल्के में बडगाम जिले की, बडगाम सदर सीट के अलावा, बीरवाह को भी जोड़ दिया गया है. वहीं, बांदीपोरा जिले के तीन असेंबली सेगमेंट सोनावारी , गुरेज़ और बांदीपोरा भी अब इस लोकसभा का हिस्सा हैं. 


आपको बता दें कि बारामूला लोकसभा का सबसे बड़ा हल्का बारामूला है. सबसे ज्यादा वोटर्स इसी जिले में है. इस जिले में कुल सात असेंबली सीट आती हैं. जिनमें सोपोर, रफियाबाद, उरी, बारामूला, गुलमर्ग, बागूरी -क्रीरी और पट्टन शामिल हैं.  जबकि कुपवाड़ा जिले की करनाह, त्रेहगम, कुपवाड़ा, लोलाब, हंदवाड़ा और लंगेट असेंबली सीट बारामूला लोकसभा हल्के के तहत आती हैं.
 

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