Liver problems: शराब ही नहीं बल्कि हेल्थ सप्लीमेंट भी सड़ा सकते हैं आपका लिवर, एक्सपर्ट की चेतावनी...

Medical News: लिवर से संबंधित कई बीमारियां हैं, जो नॉन-अल्कोहॉलिक फैटी लिवर से शुरू होकर अल्कोहॉलिक लिवर डिसीज, लिवर सिरोसिस तक जाती हैं. ये सभी बीमारियां सिर्फ शराब से ही नहीं होती बल्कि बहुत सी दूसरी चीजों से भी होती हैं, जिनका इस्तेमाल हम अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में करते हैं.

Liver problems: शराब ही नहीं बल्कि हेल्थ सप्लीमेंट भी सड़ा सकते हैं आपका लिवर, एक्सपर्ट की चेतावनी...
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Liver Disease: कहते हैं, इंसानी शरीर का हर एक हिस्सा बेहद ही महत्वपूर्ण है. लेकिन मेडिकल साइंस की नजरों में लिवर हमारे शरीर का एक बेहद अहम अंग है. लेकिन इस तेज रफ्तार जिंदगी में इंसान अपने शरीर का ख्याल रखना ही भूल बैठा है. शरीर को लेकर इसी गैर-जिम्मेदार गतिविधियों की वजह से मौजूदा वक्त में हर उम्र के लोगों को लिवर संबंधी बीमारियां हो रही हैं. लिवर में होने वाली कोई भी दिक्कत उसके आसपास के अंगों पर भी बुरा असर डालती है. 

आमतौर पर लिवर के ख़राब होने या उससे संबंधी बीमारी के पीछे शराब को जिम्मेदार माना जाता है, लेकिन सच्चाई इससे बहुत अलग है. ऐसे बहुत से कारण हैं जिनकी वजह से लोगों का लिवर खराब हो रहा है. 'द गट हेल्थ क्लिनिक' की क्लिनिकल डायरेक्टर जो कनिंघम (Jo Cunningham) ने एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने शराब के अलावा, लिवर खराब होने क दूसरे कारणों के बारे में जानकारी दी.  

लिवर खराब होने के दूसरे कारण

नेशनल हेल्थ सर्विस (National Health Service) के अनुसार, मार्केट में मिलने वाले विटामिन सप्लीमेंट के रेग्यूलर इस्तेमाल से भी लिवर खराब हो सकता है. जो कनिंघम बताती हैं कि बहुत से मरीजों को किसी तरह के कोई सप्लीमेंट की जरूरत नहीं होती. उसके बावजूद भी वे सप्लीमेंट का इस्तेमाल करते हैं जो कि वे सिर्फ बैलेंस डाइट से भी पूरा कर सकते हैं. जो कनिंघम के अनुसार, 'हर्बल टी और सस्ते विटामिन सप्लीमेंट किसी भी इंसान के लिवर को खराब कर सकते हैं. जिनमें वजन घटाने और बॉडी बिल्डिंग के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले सप्लीमेंट सबसे ज्यादा खतरनाक हैं. इनसे इंसान को ज्वॉन्डिस यानी पीलिया भी हो सकता है.'
 
एक मेडिकल रिसर्च के मुताबिक, बीते कुछ सालो में कैमिकल या मेडिसिन से होने वाले लिवर डैमेज के बहुत से मामले सामने आ रहे हैं. कैमिकल या मेडिसिन से होने वाले लिवर डैमेज को हेपेटोटॉक्सिसिटी कहा जाता है. ऐसे में अगर कोई व्यक्ति जरूरत से ज्यादा सप्लीमेंट का इस्तेमाल करता है तो उसकी बीमारी बढ़ सकती है.

जो कनिंघम का कहना है, 'नेचुरल सामग्री से बने हुए सप्लीमेंट लिखे प्रोडक्ट आमतौर पर नेचुरल नहीं होते न ही वे सुरक्षित होते हैं. इसलिए किसी भी सप्लीमेंट को किसी एक्सपर्च या विशेषज्ञ की सलाह के बगैर न लें.' 

नेशनल हेल्थ सर्विस की चेतावनी

एनएचएस (National Health Service) ने लोगों को चेताते हुए यह कहा है, 'आमतौर पर बहुत से लोग अपनी विटामिन की जरूरतों को पूरा करने के लिए सप्लीमेंट का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन जरूरत से ज्यादा और ज्यादा लंबे वक्त तक इन सप्लीमेंट का इस्तेमाल खतरनाक साबित हो सकता है. इसलिए बगैर किसी अच्छे डॉक्टर की सलाह के, कोई भी सप्लीमेंट ना तो लें न ही इस्तेमाल करें. वरना आपका लिवर भी सड़ सकता है.'

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