जम्मू-कश्मीर और लद्दाख़ में रह रहे स्टूडेन्ट्स के लिए ख़ुशख़बरी, स्कॉलरशिप नोटिफिकेशन हुआ जारी

Written By Rishikesh Pathak Last Updated: May 23, 2023, 06:31 PM IST

जम्मू कश्मीर और लद्दाख के रहने वाले छात्रों के लिए एक अच्छी खबर सामने आ रही है। हर साल मिलने वाली स्कॉलरशीप का नोटिफिकेशन जारी हो चुका है। पीएम हाई सेकण्डरी प्रोत्साहन योजना के तहत बारहवीं पास कर चुके छात्रों को निशुक्ल पढ़ने का मौका मिलता है।  छात्रवृति योजना का नोटिफिकेशन जारी होते ही घाटी और लद्दाख के छात्रों में एक अलग ही उत्साह दिखाई दे रहा है । पीएम हाई सेकण्डरी शिक्षा प्रोत्साहन योजना के तहत बारहवीं पास कर चुके छात्रों को इस छात्रवृति योजना का लाभ मिलेगा और छात्रवृति योजना पाने वाले छात्रों को देश के टॉप सरकारी और प्राइवेट कालेजों में बिल्कुल फ्री पढ़ाई करने का मौका मिलेगा। 

 

सीबीएसई के 12वीं क्लास के रिजल्ट आ चुके हैं, वहीं जम्मू कश्मीर बोर्ड आफ स्कूल एजुकेशन के बारहवीं क्लास के परिणाम का इंतजार अभी बाकी है। इस छात्रवृत्ति के लिए एडमिशन प्रोसेस पूरी पूरी तरह से मेरिट के आधार पर  होता है। डॉक्यूमेन्टस की जांच के लिए जम्मू कश्मीर के अलग अलग कालेजों में सेन्टर बनाए जाएंगे। एपलिकेशन फार्म भरने के बाद डॉक्यूमेन्टस की प्रोपर जांच की जायेगी । इसमें 12वीं क्लास की मार्कशीट, दसवीं क्लास की मार्कशीट,  डोमिसाइल और  आय प्रमाणपत्र को अनिवार्य किया गया है। 

 

जानिए, किस कोर्स के लिए कितनी सीटें 


पीएम हाई सेकण्डरी एजुकेशन योजना के तहत जनरल डिग्री के लिए 2070 प्रोफेशनल इंजीनियरिंग, बीएससी नर्सिंग, बी फार्मेसी, बी.आरकिटेक्चर, बीएएलएलबी, के लिए 2030 सीटें, मेडिकल, बीडीएस व अन्य मेडिकल कोर्स के लिए 100 सीटें रखी गई हैं। 

 

पीएम हाई सेकण्डरी एजुकेशन योजना छात्रवृति योजना के तहत कुल पांच हजार सीटों पर बच्चों को देशभर के टॉप कालेजों में एडमिशन मिलेगा।  

जम्मू कश्मीर के छात्रों के लिए पीएम हाई सेकण्डरी एजुकेशन योजना को साल 2011 में लांच किया गया था। साल 2010 में जम्मू कश्मीर के युवाओं के लिए एजुकेशन और एम्पलॉयमेन्ट के साधन जुटाने की सिफारिशें की थी, जिसके बाद इसे साल 2011 के अके सेशन से लागू कर दिया गया । 

 

इतने छात्र अबतक उठा चुके हैं लाभ 


हर साल पीएम हाई सेकण्डरी एजुकेशन योजना के तहत स्नातक कोर्स करने वाले छात्रों के लिए हर साल 30 हजार दिए जाते हैं, जबकि इंजीनियरिंग कोर्स के लिए 1.25 लाख सालाना और मेडिकल व डेंटल कोर्स के लिए 3 लाख तक की स्कॉलरशिप हर छात्र को दी जाती है। 

 
12 साल में करीब 50 हजार से अधिक छात्र इसका फायदा उठा चुके है। 

 
योजना के तहत देश के विभिन्न प्रदेशों में सरकारी और प्राइवेट प्रोफेशनल कॉलेजों में विद्यार्थियों को निशुल्क पढ़ने का मौका मिलता है। 

 
छात्र इंजीनियरिंग से लेकर एमबीबीएस, बीडीएस, होटल मैनेजमेंट समेत किसी भी कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं। 

 
इसके अलावा हर छात्र को एक लाख रुपये प्रति वर्ष अन्य चार्ज के लिए मिलते है। जो विद्यार्थी अपने बलबूते पर IIT, NEET, मेडिकल कॉलेज, डेंटल कॉलेज या सेंट्रल यूनिवर्सिटी में दाखिला लेते हैं वो भी स्कॉलरशिप के हकदार होते हैं। 

 
हॉस्टल फीस, पुस्तकें, स्टेशनरी के लिए राशि को सीधे ही छात्रों के खाते में डाला जाता है।