Jammu and Kashmir: कुदरत ने कश्मीर को हसीन-तरीन और बेहद खूबसूरत वादी बनाने के लिए, बहुत से ऐसे आकर्षक और खुशनुमां डेस्टिनेशन्स से नवाजा है, जिनके हुस्न को देखकर, इसे दुनिया की जन्नत के नाम से पुकारा जाता है. इन्हीं दिलरुबा जगहों में से एक है खूबसूरत वुलर झील, जोकि कुदरत की करिश्मा-साज़ी का नायाब नमूना है.
हिमालय के चश्में उबलते हैं कब तक,
ख़जीर सोचता है वुलर के किनारे...
ये झील दुनिया की मशहूर तरीन झीलों में शुमार की जाती है. 19 किलोमीटर लंबी और तकरीबन 13 किलोमीटर चौड़ी, ये खूबसूरत झील श्रीनगर से 40 कि.मि. दूर मौजूद है. पूर्व में बांदीपोरा की पहाड़ियों के बीच और पश्चिम में बाबा शुक्रुद्दीन रहमतुल्लाह ज़ियारत गाह के दामन में मौजूद ये झील दूर तक फैली है. इस झील में अलग-अलग किस्म के परिंदों की चहचहाहच, यहां के माहौल में एक संगीत भर देती है.
यहां के सिंघाड़े हर साल खुद-ब-खुद उगते हैं. किसी को इन्हें उगाने की जरूरत नहीं पड़ती. ये सिंघाड़े बेहद स्वादिष्ट होते हैं. इसके साथ ही, इन सिंघाड़ों की पैदावार को इकट्ठा कर, इलाके के लोग रोजी-रोटी कमाते हैं.
वुलर किस्म किस्म की मछलियों के लिए मशहूर है. इसके साथ ही, मछिलियों की बड़ी पैदावार का जरिया भी है. जिसकी वजह से ये हजारों लोगों के रोजगार का जरिया है. जिसपर लोगों की रोजी-रोटी निर्भर है.
इस झील में कमल के फूलों का निखार गर्मियों के मौसम में अपने पूरे शबाब पर होता है. जिससे वुलर की खूबसूरती में चार चांद लग जाते हैं. गुलाबी रंग का ये जाम-नुमा फूल, जिन्हें खिवतर भी कहा जाता है, देखने में बेदर शानदार लगता है.
कश्मीर की बेहद खास डेस्टिनेशन में वुलर को भी गिना जाता है. दूर तक फैले झील के पानी, दिलकश नजारों और खूशनुमां पहाड़ों का दीदार करने के लिए, हर साल हजारों की तादाद में टूरिस्ट यहां आते हैं. झील की खूबसूरती को देखकर लुत्फअंदोज़ होते हैं.