Jammu and Kashmir : हम सभी कश्मीर को जन्नत कहते हैं लेकिन असल कश्मीर की खूबसूरत वादियां देखकर आप अपना दिल यहीं खो बैठेंगे...
दरअसल, आर्टिकल-370 के खत्म होने के बाद से कश्मीर आने वाले टूरिस्ट्स (Toursits) की तादाद में लगातार इजाफा हो रहा है. टूरिज्म डायरेक्टर राजा याकूब फारूक की मानें तो बीते साल अप्रैल के महिने तक कुल 12000 विदेशी टूरिस्ट कश्मीर पहुंचे. वहीं, इस साल ये तादाद बढ़कर 20,000 हो गई है.
गौरतलब है कि जम्मू और कश्मीर के लोग अपनी रवायत को अपने साथ लेकर चलते है. अदब और मेहमान नवाजी कश्मीर के खून में है. यहां के बर्फीले पहाड़ों को देख कर लोग अपनी जिन्दगी में अलग ही तरह का सूकून हासिल करते हैं.
घाटी में पहलगाम और गुलमर्ग जैसी कई ऐसी जगहें है जहां पर टूरिस्टों का आना जाना पूरे साल लगा रहता है. एडवेंचर टूर एंड ट्रैवल एसोसिएशन के अध्यक्ष रूफ ट्रैम्बो ने कहा कि 2019 के बाद से हमने कश्मीर घाटी में दुनिया भर से आने वाले टूरिस्टों का सैलाब देखा है. ये जम्मू कश्मीर की इकॉनामी के लिए एक पॉजटीव मैसेज देता है...