अमरनाथ यात्रा 2023 : अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई से शुरू होने वाली है ऐसे में यात्रा की तैयारियों से लेकर श्रद्धालुओं के रूकने की व्यवस्था को लेकर सरकार पूरी मुस्तैदी से काम कर रही है। दिल्ली में एक तरफ जहां गृहमंत्री अमित शाह इस पूरी यात्रा पर अपनी नजर बनाए हुए है वहीं दुसरी ओर जम्मू कश्मीर के एल जी मनोज सिन्हा बार बार बैठकों के जरिए हर तरह की बारीकियों पर काम करने को लेकर अफसरों की जिम्मेदारी तय कर रहे हैं। बाबा अमरनाथ के दर्शन करने के लिए पूरी दुनिया से श्रद्धालु आते है ऐसे में जो सबसे बड़ी जिम्मेदारी सरकार की बनती है वो है श्रद्धालुओं की सुरक्षा जिसे लेकर सरकार ने कमर कस ली है।
अमरनाथ यात्रा से पहले केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने उधमपुर जिले के अलग-अलग जगहों पर अपने स्पेशल डॉग स्क्वॉड को तैनात कर दिया है। 62 दिनों तक चलने वाली अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई को पहलगाम में नुनवान और मध्य कश्मीर के गांदरबल जिले के बालटाल के दो पारंपरिक रास्तों से शुरू हो जाएगी।
सीआरपीएफ में 137 बटालियन के कमांडेंट रमेश कुमार ने कहा कि तीर्थयात्रियों के लिए डरने की कोई बात नहीं है। सीआरपीएफ में 137 बटालियन के कमांडेंट रमेश कुमार ने एएनआई के हवाले से कहा, “हम अमरनाथ यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए यहां तैनात हैं। तीर्थयात्रियों के लिए डरने की कोई बात नहीं है। हम यहां मुस्तैदी से काम कर रहे हैं।” हमारे जवान इस बात का भी ध्यान रखेंगे की किसी भी यात्री को किसी भी तरह की कोई परेशनी का सामना न करना पड़े।
जम्मू-कश्मीर प्रशासन के एक सीनियर ऑफिसर ने केंद्र शासित प्रदेश में आगामी अमरनाथ यात्रा के लिए तैयारियों और सुरक्षा का जायजा भी लिया। दक्षिण कश्मीर में 3,880 मीटर ऊंचे गुफा मंदिर की 62 दिनों तक की तीर्थ यात्रा एक जुलाई से शुरू होकर 31 अगस्त तक चलने वाली है। जम्मू के उपायुक्त अवनी लवासा ने अलग अलग डिपार्टमेन्ट के सीनियर ऑफिसरों के साथ यात्री निवास, जम्मू रेलवे स्टेशन, वैष्णवी धाम, सरस्वती धाम और पंचायत भवन का दौरा किया।
लवासा ने रजिस्टर काउंटरों, आवास केंद्रों और यात्री निवास में आवास, सुरक्षा, वाई-फाई की स्थापना, बिजली और पानी की आपूर्ति, साफ-सफाई और स्वच्छता और चिकित्सा सुविधाओं सहित अन्य व्यवस्थाओं की समीक्षा भी की। उन्होंने बताया कि उपायुक्त ने रेलवे स्टेशन परिसर के भीतर टूरिस्ट रिसेप्शन सेन्टर भवन में स्थापित होने वाले आरएफआईडी केंद्र का भी इंसपेक्शन किया। लवासा ने संबंधित विभागों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि तीर्थयात्रियों को बुनियादी सुविधाओं की कमी के कारण किसी भी कठिनाई का सामना न करना पड़े।
एक ऑफिसियल स्टेटमेन्ट में कहा गया है कि जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बालटाल का दौरा किया और बालटाल मार्ग से वार्षिक अमरनाथ यात्रा की तैयारियों का जायजा लिया है। बता दें कि पिछले साल 3.45 लाख लोगों ने पवित्र गुफा का दर्शन किया था और इस साल यह आंकड़ा 5 लाख तक जा सकता है।