Jammu Kashmir: जम्मू-कश्मीर में सितंबर महीने में होने वाली जेके एसएसबी के एग्जाम अब से TCS यानि टाटा कंसल्टेंसी कंपनी के जरिए करवाई जाएंगी. इसका खुलासा जम्मू कश्मीर के उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने किया. एक निजी टेलीविजन चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि मार्च में हुए सब-इंस्पेक्टर भर्ती एग्जाम में बहुत सी गड़बड़ियां सामने आई थीं.
जिसके बाद सरकार द्वारा इस मामले में करवाई गई जांच में कई लोग आरोपी पाए गए. उन्हें गिरफ्तार किया जा चुका है. अब किसी एग्जाम में होने वाली गड़बड़ी से बचाव के लिए TCS टीसीएस को चुना गया है.
परीक्षा के लिए टीसीएस (TCS) को चुनने का कारण यह भी है कि टीसीएस को सालों से नेशनल लेवल के एग्जाम करवाने का अनुभव है. टीसीएस अभी भी कई राज्यों में परीक्षाएं करवा रही हैं. एलजी मनोज सिन्हा ने बताया कि, पहले तो उन्होंने कंपनी से अपने स्तर पर बात कि, लेकिन प्रति स्टूडेंट्स परीक्षा खर्च ज्यादा बताए जाने को लेकर केंद्र सरकार ने इसमें दखल दिया जिसके बाद टीसीएस ये एग्जाम करवाने के लिए रजामंद हुई.
उन्होंने कहा कि, इस साल मार्च में हुई जेके एसएसबी के जरिए कराई गई पुलिस भर्ती एग्जाम में धोखा-धड़ी के बाद बहुत से स्टूडेंट्स कोर्ट चले गए थे. जल्द ही उस मामले में कोर्ट का फैसला आने की उम्मीद लगाई जा रही है.
कश्मीर में नौकरियों की नहीं है कमी
एलजी मनोज सिन्हा ने इस बात का भरोसा दिलाया कि इस बार एग्जाम में किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी नहीं होगी. नौकरियों के सवाल पर जवाब देते हुए, एलजी ने बताया कि कश्मीर में सरकारी नौकरियों की कमी नहीं हैं. हम लगातार खाली पड़े सरकारी पदों को भर रहे हैं. पिछले तीन सालों में हमने पहले से बहुत ज्यादा पदों को भरकर, राज्य के युवाओं को सरकारी नौकरियां दी हैं.