Jammu and Kashmir : जोजिला पास और नेशनल हाईवे-1 के दोबारा खुलने के बाद जैसे ही ज़ंस्कार में मौसम साफ हुआ, प्रशासन ने पदुम बाजार में अचानक छापेमारी कर दी.
यह कार्रवाई सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट जंस्कार रोमिल सिंह डोंक (IAS) के निर्देश पर की गई. टीम का नेतृत्व तहसीलदार जंस्कार मोहम्मद हसन और थाना प्रभारी ग्यात्सोन ने किया. इसमें बीएमओ कार्यालय और तहसील सप्लाई विभाग के अधिकारी भी शामिल थे.
छापेमारी का मकसद बाज़ार में हो रही कालाबाज़ारी, मंहगाई, एक्सपायरी सामान की बिक्री और रेट लिस्ट न लगाने जैसी गड़बड़ियों पर लगाम लगाना था.
सूत्रों के मुताबिक, जैसे ही दुकानदारों को छापेमारी की भनक लगी, कई ने अपनी दुकानें बंद कर लीं. इससे यह शक और गहरा गया कि कहीं न कहीं कुछ गड़बड़ जरूर है.
जांच टीम ने कई दुकानों की गहन जांच की. इस दौरान एक्सपायरी सामान, ओवररेटिंग और घटिया क्वालिटी के उत्पाद बिकते पाए गए. बड़ी मात्रा में एक्सपायरी सामान जब्त कर उसे मौके पर ही जेसीबी से नष्ट कर दिया गया. यह पूरी कार्रवाई तहसीलदार और SHO की निगरानी में की गई.
दुकानदारों को सख्त चेतावनी दी गई है कि स्वच्छता बनाए रखें, घटिया या एक्सपायरी सामान न बेचें और रेट लिस्ट अनिवार्य रूप से लगाएं.
प्रशासनिक अधिकारियों ने कहा है कि ऐसी छापेमारियां आगे भी जारी रहेंगी. साथ ही आम लोगों से अपील की गई है कि वे किसी भी तरह की अनियमितता की सूचना प्रशासन को दें.