Ladakh : कश्मीर में कड़ाके की सर्दी और जोजिला दर्रे की चुनौतीपूर्ण यात्रा को पार करते हुए, लद्दाख की 13 महिला कलाकारों, एक पुरुष निबंधकार और दो अधिकारियों का एक दल आज दिल्ली के लिए रवाना हुआ. युवा सेवाएं और खेल (YSS) यूटी के ज्वाइंट डायरेक्टर, ताहिर हुसैन जुब्दावी ने आज सुबह 6 बजे इस दल को रवाना किया.
यह टीम 10 से 12 जनवरी तक दिल्ली में आयोजित होने वाले मशहूर 'विकसित भारत युवा नेताओं संवाद' में लद्दाख की सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित करेगी. स्वामी विवेकानंद की जयंती के मौके पर इस प्रोग्राम का आयोजन किया जा रहा है.
Joint Director, ताहिर हुसैन जुब्दावी ने कलाकारों की कला और सांस्कृतिक गतिविधियों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता की सराहना की और कहा कि यह सफर लद्दाख के युवाओं के लिए गर्व का क्षण है.
नौजवानों का यह सफर खासतौर से इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि दल को जोजिला दर्रे को पार करना पड़ेगा, जहां उन्हें शून्य से नीचे तापमान का सामना करना पड़ेगा. और कश्मीर में सफर करना उनके लिए पहला अनुभव है. रास्ते में, मिना मार्ग चेकपॉइंट पर लद्दाख पुलिस अधिकारियों, जिसमें गुलाम मेहदी SI और उनकी टीम ने नौजवानों के ठहरने का इंतेजाम किया.
'विकसित भारत युवा नेताओं संवाद' एक राष्ट्रीय एकता का मंच है, जो पूरे भारत से युवाओं को एकत्र करता है. यह सांस्कृतिक विविधता का प्रदर्शन करता है, एकता को मजबूत करता है और साम्प्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देता है. इस प्लेटफॉर्म पर लद्दाख का प्रतिनिधित्व करना इस क्षेत्र की अद्वितीय परंपराओं और भारत के सांस्कृतिक परिदृश्य में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर करता है.
तहरी हुसैन ने कहा कि जैसे ही यह दल दिल्ली के लिए रवाना हुआ, वे केवल लद्दाख की सांस्कृतिक धरोहर ही नहीं, बल्कि एक दृढ़ता और राष्ट्रीय गर्व का संदेश लेकर चल रहे हैं, जो यह सिद्ध करता है कि सबसे कठिन सर्दी भी उन लोगों की भावना को दबा नहीं सकती, जो भारत की एकता और विविधता को संजोने और बढ़ावा देने के लिए समर्पित हैं.