Jammu and Kashmir: इस तकनीक से सेब की खेती करने वाले किसानों को आमदनी की दो गुनी, सरकार दे रही सब्सिडी

Written By Last Updated: Aug 27, 2023, 06:05 PM IST

Apple Grower: कश्मीर के ज्यादातर किसानों की आमदनी का सबसे बड़ा जरिया सेब की खेती है . कश्मीर की वादियों में पैदा होने वाले सेबों की डिमांड पूरी दुनिया में है. इतना ही नहीं कश्मीर की अर्थव्यवस्था में भी सेब का अहम योगदान है. कश्मीर का अर्थव्यवस्था का 10 प्रतिशत हिस्सा अकेले सेब उत्पादन से आता है. इसके अलावा अकेले सेब से कश्मीर घाटी में तकरीबन 35 लाख लोगों को रोजगार मिलता है. 

हाई डेंसिटी प्लांटेशन पर सबका ध्यान

कश्मीर घाटी के मौसमी हालत को देखते हुए, हॉर्टिकल्चर डिपार्टमेंट और प्रशासन ने किसानों को हाई डेंसिटी प्लांटेशन करने की सलाह दी थी. जिससे किसानों को काफी फाएदा हुआ और उनकी आमदनी भी लगभग दोगुना इजाफा देखा गया है. इसके लिए हॉर्टिकल्चर डिपार्टमेंट लगातार नए प्रयोग कर रहा है ताकि सेब के उत्पादन को ज्यादा से ज्यादा बढ़ाया जा सके. इसके लिए इटली और यूरोप के बहुत से मुल्कों से सेब की अलग-अलग किस्मों के पेड़ मंगाए जा रहे हैं. ताकि उन्हें घाटी में लगाया जा सके. सेब की ये फसल, पारंपरिक सेब के मुकाबले तकरीबन 15 दिन पहले ही तैयार हो जाती है.  बाजार में भी इन सेबों की किस्मों का अच्छा भाव मिलता है. 

किसान ने कमाए 10 लाख 

सेब की खेती करने वाले मुश्ताक अहमद पेशे से एक किसान हैं.  दो साल पहले उन्होंने बडगाम में अपनी 10 कनाल जमीन पर हाई डेंसिटी प्लांटेशन के जरिए सेब की खेती शुरू की थी.  इस साल उनकी महनत रंग लाई और उन्हें 10 लाख का मुनाफा हुआ. मुश्ताक ने बताया कि साल 2019 में उन्होंने बड़ी हिम्मत के साथ अपने खेत से बादाम के पेड़ हटाकर हाई डेंसिटी एप्पल प्लांटेशन कर सेब की फसल पैदा करना शुरू किया. उसके एक साल के बाद ही उनके पेड़ों पर सेब आना शुरू हो गए. और 3 साल बाद उनके इस बगीचे में हाई क्वालिटी सेब की भरपूर फसल पैदा हुई. जिससे उन्हें काफी अच्छा मुनाफा हुआ. अच्छे मुनाफे और पैदावार को देखते हुए, कश्मीर के बहुत से किसानों न हाई डेंसिटी एप्पल प्लांटेशन पर ध्यान देना शुरू कर दिया है. 

सरकार दे रही सब्सिडी 

हाई डेंसिटी एप्पल प्लांटेशन पर ध्यान दे रहे किसानों को हॉर्टिकल्चर डिपार्टमेंट लगभग 50% की सब्सिडी दे रहा है. इसके साथ ही हॉर्टिकल्चर डिपार्मेंट, किसानों को हर तरह की जरूरत और तकनीकी जानकारी दे रहा है. जिससे ज्यादा से ज्यादा किसानों को जागरुक किया जा सके. सेब की फसल में बेहतर मुनाफे को देखते हुए कश्मीर के पढ़े लिखे नौजवान भी खेती में अपना इंटरेस्ट दिखा रहे हैं.