Jammu and Kashmir: केसर को मिला GI Tag, हुआ चांदी से मंहगा...

Written By Last Updated: Jul 31, 2023, 02:11 PM IST

जम्मू-कश्मीर: कश्मीरी केसर की कीमतों में ऐतिहासिक उछाल देखा गया है. जिसकी वजह से काफी लोग और केसर प्रेमी हैरान हैं, क्योंकि अब उन्हें इसके अनोखे स्वाद का मज़ा लेने के लिए, चांदी से भी ज़्यादा कीमत चुकानी होगी।

रिपोर्टों के अनुसार, बीते सिर्फ एक साल के भीतर ही इस मशहूर और ख़ास मसाले की कीमत ₹2 लाख प्रति किलोग्राम से बढ़कर ₹3 लाख प्रति किलोग्राम हो गई है.

ग्राहकों पर इसकी बढ़ती क़ीमतों का असर सीधे तौर पर पड़ रहा है, 10 ग्राम कश्मीरी केसर की मौजूदा कीमत ₹3,250 तक पहुंच चुकी है, जो 47 ग्राम चांदी की कीमत के बराबर है। कीमती मसालों की कीमत में इतनी तेजी से आए उछाल और बीते सीजन में हुई बेहतरीन फसल से कश्मीर के केसर व मसाला व्यापारियों और उत्पादकों को काफी फायदा हुआ है.

सरकार से आधिकारिक मान्यता मिलने की वजह से ही कश्मीरी केसर की कीमतों में भारी उछाल आया है.  पिछले साल, सुनहरे रंग वाली इस फसल को प्रतिष्ठित जियोग्राफिकल इंडीकेशन (जीआई) टैग मिला, जिसने बाजार में इसकी क़ीमत और ख़ासियत को बढ़ा दिया। जीआई टैग केवल ख़ास जियोग्राफिकल इलाकों से पैदा होने वाले उत्पादों को कानूनी सुरक्षा प्रदान करते हैं और उनकी प्रामाणिकता और ख़ास विशेषताओं को प्रमाणित करता है.

जीआई टैग मिलने के नतीजन, कश्मीरी केसर की विश्वसनीयता बढ़ी, जिससे घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ग्राहकों ने इसकी काफी मांग की. केसर की भारी मांग से इसकी खेती में आने वाली चुनौतियों की वजह से आपूर्ति-मांग असंतुलन पैदा हो गया है, जिससे इस कीमती मसाले की कीमत नई ऊंचाइयों पर पहुंच गई है।

सदियों से कश्मीरी केसर, जो अपने जीवंत रंग, अतरंगी स्वाद और कई हेल्थ बेनिफिट के लिए जाना जाता है. उसे दुनिया के सबसे गंहगे मसालों में रखा जाता है। हालाँकि, क़ीमतों में हालिया उछाल, केसर प्रेमियों और व्यापारियों के लिए एक समस्या बन रहा है।

जैसे-जैसे केसर का बाजार बढ़ रहा है, इसकी कीमतों में उछाल लंबे समय तक अनिश्चित बने हुए हैं। अभी के लिए, ग्राहको को यह तय करना है कि उन्हें इस शानदार मसाले का लुत्फ़ उठाना है या दूसरे स्वाद की तलाश करनी है।