Ladakh: लद्दाख की खुबानी की विदेशों में है भारी मांग, 125 मीट्रिक टन किया जाएगा निर्यात

Written By Last Updated: Aug 06, 2023, 06:57 PM IST

लेह: लद्दाख में स्वादिष्ट खुबानी उगाने वाले किसानों की तकदीर बदलने लगी है। देश के केवल चुनिंदा हिस्सों पैदा हो रही खुबानी की फसल देश के एक से बढ़कर एक बड़े बाजारों तक पहुंच रही है. इस शानदार फल की विदेशों से भारी डिमांड है. भारत के लद्दाख में ख़ूबानी की सबसे ज़्यादा पैदावार है.

लद्दाख में हर साल 16 हजार टन खुबानी का उत्पादन किया जाता है. खुबानी के बागीचों में जब फूल लदते हैं तो देखते ही बनते हैं. जुलाई के महीने में ख़ुबानी का फल पकना शुरू हो जाता है.

125 मीट्रिक टन खुबानी भेजने का टारगेट 

बाजारों में खुबानी की भारी मांग के चलते इसे देश भर के बाजारों में भेजा जा रहा है. बीते कुल सात दिन में लद्दाख से लगभग 30 मीट्रिक टन खुबानी सड़क और हवाई मार्ग के जरिए दिल्ली, मुंबई, पूणे और बेंगलुरू समेत देश के कई बड़े शहरों में भेजी जा चुकी है. थोक विक्रेताओं की मानें तो अगस्त महीने के आखिर तक यहां से 125 मीट्रिक टन खुबानी भेजने का टारगेट है.

 क़ीमत है 400 रुपए प्रति किले 

लद्दाख की खुबानी देश में तो मशहूर है ही बल्कि इसके चर्चे और डिमांड विदेशों में भी है, ख़ासकर दुबई जैसे बड़े शहरों में. देश के बड़े-बड़े शहरों में खुबानी की भारी मांग की वजह से लद्दाख के किसानों को काफी फायदा भी हुआ है.  75 से 100 रुपये किलो बिकने वाली खुबानी अपनी भारी डिमांड की वजह से आज 150 रुपये किलो बिक रही है. जिससे यहां के किसानों की कमाई लगभग दोगुनी हो गई है. इसमें से खुबानी की हलमन किस्म को उगाने वाले किसानों को इस बार खूब फाएदा हुआ है. बाजारों में उनकी खुबानी के दाम 400 रुपये प्रति किलो तक हैं.

मिल चुका है GI Tag

लद्दाख का बागवानी विभाग पिछले चार सालों से लद्दाख में खुबानी की पैदावार बढ़ाने और इसकी फसल को देश-विदेश के बड़े-बड़े बाजारों तक पहुंचाने में मदद कर रहा है. साल 2021 में खुबानी को पहली बार दुबई भेजा गया. जिसके बाद इसे साल 2022 में  GI Tag मिलने के बाद इसे ख़ास पहचान मिली है.

बाहरी देशों की है नज़र

लद्दाख के बागवानी विभाग के डायरेक्टर सिवांग फुंत्सुग ने बताया कि, "लद्दाख की खुबानी को दुनिया भर के बड़े-बड़े बाजारों में बेहद पसंद किया जा रहा है. जिसमें दुबई का लुलू ग्रुप भी खुबानी की फसल को खरीदने और विदेशों में इसके प्रचार के लिए आपनी दिलचस्पी दिखाता रहा है. हालात ये हैं कि मौजूदा वक़्त में मुंबई, दिल्ली, पूणे और बंगलूरू जैसे शहरों में खुबानी की डिमांड पूरी करना भारी पड़ रहा है.