Jammu and Kashmir : हाल ही में मुल्क में जारी मज़हबी अफरा तफरी के बीच पीडीपी नेता इल्तिजा मुफ्ती ने एक एहम बयान दिया था. जिसके बाद, जम्मू-कश्मीर के साथ-साथ उत्तर भारत में इल्तिजा मफ्ती के बयान पर हंगमा जारी है.
गौरतलब है कि इल्तिजा मुफ्ती ने बीते रविवार 'हिंदुत्व' को एक बीमारी बताया था. जिसके बाद, सोशल मीडिया पर इस पर खूब बयान बाजी हुई. कई लोगों ने महबूबा मुफ्ती के बयान की निंद की, तो कई लोगों ने उन्हें बुरा-भला कह डाला. यहां तक की कई नेताओं ने भी उनके इस बयान पर नाराजगी जाहिर है.
क्या बोले भाजपा नेता ?
जम्मू में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सीनियर नेता कविंदर गुप्ता ने कहा, " कोई भी व्यक्ति उठकर के किसी भी धर्म के खिलाफ बोलना शुरू कर दे तो इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता. उन्होंने बहुत गलत शब्द बोले हैं, खासकर मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के प्रति और लोगों की आस्था को ठेस पहुंचाई है."
इसके अलावा, कविंदर गुप्ता कहते हैं कि "जिस वीडियो पर इल्तिजा मुफ्ती ने बयान दिया. ऐसे कई वीडियो रोजाना वायरल हो रहे हैं. कोई भी बांग्लादेश की स्थिति पर नहीं बोलता."
भारतीय जनता पार्टी (BJP) के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष रविंद्र रैना ने कहा कि "पीडीपी नेता इल्तिजा मुफ्ती का बयान बहुत ही गैरजिम्मेदाराना, आपत्तिजनक बयान है. पीडीपी नेता इल्तिजा मुफ्ती का ट्वीट लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाता है. यह समाज में द्वेष पैदा करने का प्रयास है. हमें कानून और संविधान का सम्मान करना चाहिए. कानून अपना काम करेगा. उन्हें अपने ट्वीट के लिए माफ़ी मांगनी चाहिए"
इल्तिजा मुफ्ती ने दी सफाई
सोशल मीडिया पर मिल रही आम जनता की प्रतिक्रियों के बाद, इल्तिजा मुफ्ती ने अपने बयान पर सफाई दी है. पीडीपी नेता इल्तिजा मुफ़्ती ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा कि, "यह महात्मा गांधी का भारत है. मैंने हिंदुत्व के खिलाफ़ बोला है, हिंदू धर्म के खिलाफ़ नहीं. मैंने सावरकर की फिलॉसफी के खिलाफ़ बोला है कि भारत केवल हिंदुओं के लिए है. मैं जानती हूँ कि हिंदू धर्म एक ऐसा धर्म है जो शांति और करुणा को बढ़ावा देता है. मैं हिंदुत्व के खिलाफ़ हूँ क्योंकि यह एक बीमारी है जिसे खत्म करने की जरूरत है..."
क्या बोली थी इल्तिजा मुफ्ती ?
इसके अलावा, इल्तिजा ने वायरल हुए उस वीडियो पर भी रिएक्शन दिया है. जिसमें नाबालिग मुस्लिम लड़कों को जय श्री राम का नारा लगाने के लिए मजबूर किया जा रहा था. उन्होंने इसे शर्मनाक बताते हुए कहा कि "हिंदुत्व एक बीमारी बन चुकी है. जो माइनॉरिटीज, खास तौर पर मुसलमानों की 'लिंचिंग और तशद्दुद ' को बढ़ावा दे रही है. जिसका इस्तेमाल बीजेपी अपने वोट बैंक को मजबूत करने के लिए कर रही है."
साथ ही, उन्होंने जगती कोलोनी का हवाला देते हुए कहा कि वहां कश्मीरी पंडित रहते हैं. जिनकी हालत रोहिंगयाज़ से बेहतर नहीं है. इल्तिजा ने कहा कश्मीरी पंडित हो या रोहिंग्या, बीजेपी ने सबका बुरा हाल कर दिया है...