Jammu and Kashmir : शेर ए कश्मीर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़ के 42वें फाउंडेशन डे के मौके पर प्रदेश के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने हॉस्पिटल की खुदमुख्तारी (Autonomy) बहाल करने की बात कही. उन्होने कहा कि इस हॉस्पिटल का निर्माण स्थानीय लोगों को बेहतर इलाज मुहैया कराने के मकसद से किया गया था. लेकिन दवाओं और मेडिकल आजारों की खरीदारी से लेकर एदारे के इंजीनियरिंग विंग तक को मुअत्तल कर दिया गया.
उन्होंने कहा कि सरकार की कोशिश होगी कि हॉस्टपिटल इंतेजामिया को ज्यादा से ज्यादा आज़ादी से हासिल हो. आपको बता दें कि कानूनसाज़ असेंबली एक्ट से बना यह जम्मू कश्मीर का सबसे बड़ा हास्पिटल है. साल 1976 में इसका निर्माण शुरू हुआ. जुज्वी तौर पर इसने 5 दिंसबर 1982 से काम करना शुरू किया. 19 अगस्त 1983 को इसे यूनिवर्सिटी का दर्जा दिया गया.
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री ही इसके चेयरपर्सन होते हैं. कॉलेज में 50 से ज्यादा डिपार्टमेंट हैं, जिनमें 5 हजार से ज्यादा लोग काम करते हैं...