Jammu and Kashmir : जम्मू कश्मीर में हर साल कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी के नए मामले सामने आ रहे हैं. श्रीनगर में मौजूद, शेर ए कश्मीर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (SKIMS) और श्री मराराजा हरि सिंह हॉस्पिटल (SMHS) ने इसका जो आदादो शुमार दिया है वो हेल्थ सेक्टर के लिए अलार्मिंग साइन है. और इस पर फौरन ध्यान देने की जरूरत है.
दरअल, SKIMS में साल 2013 से 2023 के बीच 44112 जबकि SMHS में साल 2017 से 2023 के दरमियान 6379 मामले दर्ज किए गए. सबसे ज्यादा कैंसर के मरीजों के इलाज भी इन्ही दोनों अस्पतालों में हो रहे हैं.
इसके अलावा, अनंतनाग गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में भी पिछले कुछ बरसों में 1600 से ज्यादा कैंसर के मरीज़ आ चुके हैं. जम्मू कश्मीर के दूसरे अस्पतालों में भी इसके मामले आते रहते हैं. वहीं, जम्मू के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में भी पिछले 5 साल में 727 कैंसर के केस सामने आए. लेकिन सबसे खतरनाक हालत कश्मीर में है.
एक रिपोर्ट के मुताबिक, अक्सर मामले स्किन, लंग्स, ब्रेस्ट ,रेक्टल, पेट, प्रोस्टेट, बच्चेदानी, ब्लड और पेशाब की नली से संबंधित होते हैं. खासतौर पर, महिलाओं में यह जानलेवा मर्ज (बीमारी) तेजी से बढ़ रहा है. 2019 से 2023 के बीच 9321 मामले सामने आए. इस अर्से में 2024 महिलाओं की इससे मौत वाके हुई.
हालांकि, अब बच्चों में भी इसकी अर्ली साइन देखे जाने लगे हैं. बता दें कि स्किन कैंसर के पीछे कई कारणों में एक कांगड़ी का इस्तेमाल भी बताया जा रहा है. विशेषज्ञों के मुताबिक, लाइफ स्टाइल, माहौलियाती आलूदगी और मर्ज की अर्ली स्टेज या शुरूआत के दौरान वक्त पर तश्खीस न होना, इस बीमारी के खतरनाक रूप ले लेने की वजह है.
डॉक्टरों के मुताबकि, लोगों को किसी भी तरह के मर्ज की शुरूआत में ही जल्द से जल्द नजदीकी अस्पताल में पहुंचना चाहिए. ताकि वक्त रहते किसी भी बीमारी के बारे में पता चल सके.