Jammu and Kashmir : जम्मू-कश्मीर जाने वाले पर्यटकों के लिए उस समय परेशानी बढ़ गई जब राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच-44 को बंद कर दिया गया. इस हाईवे के बंद होने के बाद पर्यटकों ने मुगल रोड का रुख किया. हल्के वाहनों के लिए मुगल रोड को खोला गया था, जिससे यात्रियों को थोड़ी राहत मिली. लेकिन शाम होते-होते हालात फिर बिगड़ गए.
पीर की गली इलाके में भूस्खलन होने के कारण मुगल रोड को दोबारा बंद करना पड़ा, जिससे वहां फंसे यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
पर्यटकों ने शिकायत की कि मुगल रोड पर जरूरी सुविधाएं बिल्कुल नहीं हैं. न तो इमरजेंसी सर्विस मौजूद थीं और न ही आराम करने के लिए कोई रेस्ट एरिया. यहां तक कि मोबाइल नेटवर्क भी ठीक से काम नहीं कर रहा था. कई लोग घंटों तक बिना किसी मदद के पहाड़ों के बीच फंसे रहे. मौसम भी बार-बार करवट ले रहा था, जिससे हालात और भी खराब हो गए. सड़क की स्थिति पहले से ही खराब थी और अब भूस्खलन ने मुसीबत को और बढ़ा दिया.
पर्यटकों और स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकार को ऐसे वैकल्पिक रास्तों की बेहतर योजना बनानी चाहिए. मुगल रोड जैसे अहम रास्तों पर बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जानी चाहिए, ताकि इमरजेंसी के वक्त लोग सुरक्षित यात्रा कर सकें.
प्रशासन से मांग की जा रही है कि जल्द से जल्द मलबा हटाकर सड़क को दोबारा चालू किया जाए. साथ ही यह भी जरूरी है कि भविष्य के लिए बेहतर इंतजाम किए जाएं, ताकि यात्रियों को ऐसी परेशानियों का सामना न करना पड़े.
मुगल रोड एक अहम वैकल्पिक मार्ग बन सकता है, लेकिन इसके लिए जरूरी है कि यहां इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया जाए और इमरजेंसी सर्विसेज उपलब्ध कराई जाएं.