Jammu and Kashmir : शेर ए कश्मीर युनिवर्सिटी ऑफ एग्रिकल्चरल साइंसेज़ एंड टेक्नॉलोजी (SKUAST) की ओर से शोपियां में किसानों को फ़ायदा पहुंचाने के मक़सद से अवेयरनेस कम साइंटिस्ट-फार्मर इंटरएक्शन प्रोग्राम का आयोजन किया गया.
इस प्रोग्राम में बाग़वानी की पैदावार को प्रभावित करने वाली बीमारियों और कीड़ों के इंतज़ाम पर फोकस कर बात की गई. इस तक़रीब के हवाले से किसान, वैज्ञानिक और माहेरीन, खेतीबाड़ी में दरपेश अहम चैलेंजेज़ पर तबादला ए ख़्याल करने के लिए इक्टठा हुए.
प्रोग्राम की शुरूआत plant pathologist, तारिक़ रसूल ने की जिन्होंने महमान ए ख़ुसूसी की हैसियत से अपनी ख़िदमात को अंजाम दिया. डोक्टर तारिक़ रसूल ने पायदार और माहौल दोस्त तरीक़ों पर ज़ोर देते हुए पेड़ों की बीमारियों और कीड़ों की शिनाख़्त और इंतज़ाम पर अपनी महारत का इज़हार किया...
इंटरएक्शन सेशन के दौरान किसानों ने कीड़ों के इंफेक्शन और पेड़ों की बीमारियों की वजह से फसलों के नुक़ासाना के बारे में अपनी परेशानियों को शेयर किया. डॉक्टर तारिक़ रसूल ने जदीद ज़राअत में साइंस मदाख़तों की अहमियत पर रौशनी डाली. आला और मयारी पैदावार को यक़ीनी बनाने के लिए बीमारियों और कीड़ों की शिनाख़्त और उनका कंट्रोल बहुत ज़रूरी है...