Jammu and Kashmir : शोपियां जिला इन्तेजामिया ने जरूरी कदम उठाते हुए जैनापोरा के नंदीमार्ग गांव में मन्दिर के दुबारा से बनावाये जाने का काम किया है. तरीबन 21 साल बाद लिए गए इस फैसले से लोगों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है.
बता दें कि मन्दिर के दुबारा बनवाए जाने को लेकर लम्बे समय से मांग की जा रही थी. ये सांस्कृतिक विरासत थी जो सालों पहले हुए नरसंहार के बाद खंडहर में तब्दील हो गया था. इस घटना ने लोगों को बहुत आहात किया था. लेकिन इन्तेजामिया के मन्दिर को दुबारा से बनवाए जाने के फैसले का स्थानीय मुसलमानों ने स्वागत किया है.
कश्मीरी पण्डितों की आस्था का केन्द्र इस मन्दिर के दुबारा बनने से स्थानीय मुसलमानों का कहना है कि ये एक अच्छा कदम है. ये मन्दिर हिन्दू मुस्लिम एकता का प्रतीक है. वहीं, कश्मीर पण्डित अवतार कृष्ण का कहना है कि इस मन्दिर से हमारे पूर्वजों की यादें जुड़ी हुई हैं.
आपको बता दें कि वाक्या 23 मार्च 2023 का है जब जैनापोरा में नदीमार्ग का शांत गांव हमेशा के लिए एक भयनाक नरसंहार का शिकार हो गया था. जिसमें 24 पंडितों की जान चली गई थी. दहशगतगर्दों द्वारा किए गए इस Genocide ने पूरे कश्मीर को झकझोर दिया था.