Jammu and Kashmir : जम्मू-कश्मीर की ऐतिहासिक मुगल रोड पर ट्रेफिक की आमद-ओ-रफ्त दोबारा शुरू हो गई है. भारी बर्फबारी और खराब मौसम के यह मुगल रोड बीते दो दिनों से बंद थी. साउथ कश्मीर के शोपियां जिले को जम्मू संभाग के पुंछ और राजौरी जिलों से जोड़ने वाली यह सड़क घाटी के लोगों के लिए बेहद अहम है.
मुगल रोड पर ट्रैफिक बंद होने के चलते, बीते दो दिनों से मुसाफिरों और जरूरी सामान का आना जाना रूका था. जिससे, इन दोनों ही इलाकों में फंसे लोग काफी परेशानी का सामना कर रहे थे.
गौरतलब है कि ऐतिहसिक मुगल रोड देश में मुगल साम्राज्य के दिनों से ही एक अहम ट्रेड रूट है. जोकि जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे के एक बेहतर विकल्प के तौर पर भी काम करती है. जिसके इस्तेमाल, इमरजेंसी के हालात और हाई ट्रैफिक के दौरान बेहद अहम हो जाता है.
ऐसे में, इस अहम सड़क पर ट्रैफिक बहाल हो जाने से इलाके के स्थानीय लोगों और यहां मौजूद टूरिस्ट्स को राहत की सांस मिली है. इसके साथ ही, घाटी के जम्मू और कश्मीर रीज़न में कनेक्टिविटी दोबारी स्थापित हो गई है.
वहीं, ट्रैफिक पुलिस और इंतेजामिया ने मुगल रोड पर बर्फबारी और मौसम से जुड़े हर हालात को मॉनिटर करने की बात कही है...
आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर में चल्लाई कलां का दौर शुरू होने वाला है. हालांकि, बीते कुछ दिनों से घाटी में भारी बर्फबारी और कड़ाके की ठंड पड़ रही है. जिसके चलते, जम्मू-खश्मीर की तमाम सड़कों और हाईवे पर ट्रैफिक प्रभावित हुआ है. यही वजह है कि फिसलन भरी इन सड़कों पर किसी भी अनहोनी से बचने के लिए ट्रैफिक इंतेजामियां लगातार कार्रवाई कर रहा है.
घाटी में बर्फबारी के चलते कई बार सड़कों को बंद किया गया. जिसमें, जम्मू-कश्मीर घूमने आए पर्यटकों और स्थानीय लोगों को बीच सफर में ही रुकना पड़ता है.
घाटी में कोल्ड वेव
श्रीनगर में मौजूद, मौसम विज्ञान केंद्र (IMD) के मुताबिक, 26 दिसंबर तक घाटी के कई इलाकों में कोल्ड वेव (Cold Wave) का असर दिखेगा. जबकि राजधानी श्रीनगर में मौसम शुष्क रहेगा. साथ ही, आने वाली 27 और 28 दिसंबर को जम्मू कश्मीर में पीर पंजाल के पहाड़ों और चिनाब घाटी में बर्फबारी के आसार हैं.