Heavy Snowfall : कश्मीर में भारी बर्फबारी से जनजीवन अस्त-व्यस्त और ट्रैफिक ठप्प !

Written By Vipul Pal Last Updated: Mar 05, 2025, 03:54 PM IST

Jammu and Kashmir : कश्मीर के माछिल, केरन और करनाह इलाकों में हालिया भारी बर्फबारी ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है. सड़कों पर बर्फ जमने से इन इलाकों का राज्य के दूसरे हिस्सों से संपर्क कट गया है. जिससे हजारों निवासी बर्फ में फंसे हुए हैं. इससे जरूरी चीज़ों की कमी हो गई है, जिसमें सब्जियां, राशन और अन्य खाद्य सामग्री शामिल हैं. हालात इतने गंभीर हैं कि स्थानीय लोग कड़ी परेशानियों का सामना कर रहे हैं.

रमजान के पवित्र महीने के दौरान, फूड सप्लाई की कमी ने स्थानीय लोगों की समस्याओं को और बढ़ा दिया है. परिवहन बाधित होने से कारोबारी गतिविधियाँ ठप हो गई हैं, और लोगों के लिए मेडिकल सर्विसेज तक पहुंचना भी मुश्किल हो गया है. इमरजेंसी मेडिकल देखभाल की जरूरत वाले मरीज अस्पताल नहीं पहुंच पा रहे हैं, जिससे लोग परेशान हैं. 

लोकल लोगों ने जिला प्रशासन और संबंधित अधिकारियों से बर्फ हटाने के काम में तेजी लाने की अपील की है, ताकि परिवहन बहाल हो सके और जनता की परेशानियाँ कम हों. उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि तुरंत कदम नहीं उठाए गए, तो हालात और बिगड़ सकते हैं.

लोगों ने प्रशासन से अतिरिक्त जनशक्ति और मशीनरी तैनात करने की भी मांग की है, ताकि सड़कों को जल्द से जल्द खोला जा सके. जिससे वे जरूरी चीजें हांसिल कर सकें और अपनी रोजमर्रा की गतिविधियों को बिना किसी और दिक्कत के जारी रख सकें.

स्थानीय प्रशासन ने महत्वपूर्ण संपर्क बहाल करने के लिए बर्फ हटाने का अभियान शुरू किया है। हालांकि, भारी बर्फबारी के कारण प्रयासों में बाधा आ रही है. मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में और बर्फबारी की संभावना जताई है, जिससे स्थिति और गंभीर हो सकती है.

बर्फबारी से प्रभावित इलाकों में दवार, कंजलवान, बागटोर, नीरू और तुलैल शामिल हैं. जहाँ भारी बर्फबारी हुई है. इन इलाकों में 10 से 20 इंच तक बर्फ जमा होने की खबर है. बांदीपोरा के डिप्टी कमिश्नर मंजूर अहमद कादरी ने कहा है कि सभी सड़कें साफ कर दी गई हैं, और बांदीपोरा और गुरेज के बीच यात्रा करने वालों के लिए हेलिकॉप्टर सेवाओं की व्यवस्था की जा रही है.  

मौसम विभाग ने अलग-अलग ऊंचाई वाले इलाकों में मध्यम से भारी बर्फबारी की चेतावनी जारी की है. अधिकारियों ने यात्रियों और ट्रांसपोर्टरों को संवेदनशील इलाकों में भूस्खलन, चट्टान गिरने और मिट्टी धंसने की संभावना के बारे में भी आगाह किया है.  

हालात की गंभीरता को देखते हुए, स्थानीय लोग प्रशासन से शीघ्र और प्रभावी कार्रवाई की उम्मीद कर रहे हैं, ताकि उनकी कठिनाइयाँ कम हो सकें और जीवन सामान्य हो सके...