Jammu and Kashmir : गर्मी का मौसम आने के साथ ही रशियन चिनार के पेड़ से गिरने वाले पोलेन से गांदरबल में लोगों की सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है. स्थानीय लोगों के मुताबिक मई और जून के महीने में पोलेन झड़ना शुरू हो जाते हैं. जिसकी वजह से बच्चों और बुजुर्गों में सांस की बीमारियां पैदा हो जाती है.
वहीं, गांदरबल ज़िले के अलग-अलग इलाकों के लोग पोलेन एलर्जी के शिकार हैं. बता दें, पोलेन एलर्जी से सबसे ज़्यादा बच्चे प्रभावित हो रहे हैं. जिससे उनकी पढ़ाई पर भी बुरा असर पड़ रहा है.
स्थानीय लोगों के मुताबिक कुछ साल पहले ज़िला इंतेज़ामिया की ओर से इन पेड़ों को गिराने का ऑर्डर जारी किया गया था. हालांकि, उसपर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है.
डॉक्टर्स ने पोलेन एलर्जी की वजह से सीने में तकलीफ, इंफेक्शन, आंखों में जलन, कान और गले के रोग भी पैदा होने की भी बात कही है.
गौरतलब है कि इलाके के लोगों ने इंतेजामिया और संबंधिक महकमे द्वारा मादा प्रजाति के पेड़ों को काटने की अपील की है. दूसरी तरफ डॉक्टर्स ने अस्थमा के मरीजों को मई और जून में खास एहतियात बरतने की सलाह दी है.