Jammu and Kashmir : जम्मू कश्मीर में फॉरेस्ट डिपार्टमेंट की कोशिशों से पीर पंजाल फॉरेस्ट डिवीजन के तहत आने वाले बडगाम जिले में पड़ने वाले जंगल अपनी पुरानी रंगत में लौटने लगे हैं. दरअसल, तकरीबन दो दशक पहले गैरकानूनी तौर से हजारों की तादाद में पेड़ काटे जाने से जंगल को काफी नुकसान पहुंचा था. जिसके बाद, डिपार्टमेंट की ओर से इन इलाकों में दो लाख से ज्यादा पेड़ लगाए गए.
आज यही सब तनावर दरख्त बन चुके हैं. इनमें कैरू और बुदलू समेत कई नायाब किस्म के पेड़ हैं. इसके अलावा, बड़ी तादाद में यहां ऐसे भी पेड़ हैं, जिनकी पत्तियों और छाल का दवा बनाने में इस्तेमाल किया जाता है . यह इलाका टूरिज्म के लिहाज से भी एक अहम केंद्र है. जहां, बड़ी तादाद में देशभर के और विदेशी टूरिस्ट इसे देखने आते हैं.
बडगाम फॉरेस्ट रेंज की देखरेख का जिम्मा मोहकम ए जंगलात (Forest Department) के जिम्मे में है. उसकी कोशिशों से आज तोसामैदान का पूरा इलाका हर भरा दिखाई देता है. फॉरेस्ट डिपार्टमेंट की तरफ से यहां कई नर्सरी भी स्थापित की गई हैं.
जिला फॉरेस्ट ऑफिसर सैयद वसीम ने केसर टीवी से बात करते हुए कहा कि जंगलों को महफूज रखने के लिए डिपार्चमेंट हर मुमकिन कोशिश कर रहा है. पर्यावरण को आलूदगी से बचाने के लिए जंगलों की अहमियत पर रौशनी डालते हुए, उन्होंने लोगों से पेड़ लगाने और जंगलों को तहफ्फुज फराहम कराने में मोहकमे के साथ सहयोग की अपील की...