Jammu and Kashmir : चरार-ए-शरीफ असेंबली हल्के के डीलिमिटेशन के बाद नए वोटों के जुड़ने से यहां 25 सितंबर को होने वाले इलेक्शन दिलचस्प होने वाला है. पूर्व वज़ीर-ए-ख़ज़ाना अब्दुल रहीम राथर इस असेंबली हल्क़े से सातवीं बार जीत दर्ज करने की कोशिश में हैं. और उनका मुक़ाबला पूर्व मंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के जनरल सेक्रेट्री ग़ुलाम नबी लोन और पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट के अध्यक्ष हक़ीम मुहम्मद यासीन से है.
हालांकी हक़ीम मुहम्मद यासीन ख़ान साहिब सीट से भी इलेक्शन लड़ रहे हैं. डीलिटेशन के बाद खान साहिब असेंबली हल्के के 26 गांवों के 18,000 से ज़्यादा वोटर्स को चरार-ए-शरीफ हल्के का हिस्सा बना दिया गया है.
असेंबली हल्के का दौरा कर केसर टीवी ने इलाकाई मसायल के साथ साथ ये जानने की कोशिश की वोटर्स अपने नुमाइंदों में किन खुसूसियात को तलाश कर रहे हैं...