Jammu and Kashmir : वादी-ए-कश्मीर में पिछले दिनों हुई भारी बर्फबारी से आम लोग अभी तक परेशान हैं. इसी बीच, बांदीपोरा जिले के गुरेज़ के एक गांव में दो महिलाओं की तबीयत बिगड़ने से इमर्जेंसी के हालात बन गए. तबियत बिगड़ने पर महिलाओं को इलाज की सख्त जरूरत के वक्त सड़कों पर बर्फ थी. ऐसे में, बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन (BRO) की 56 वीं RCC ने LoC बॉर्डर पर मौजूद इस दूरदराज गांव से दोनों महिलाओं की जान बचाई.
BRO ने इस आपातकालीन स्थिति में गांव से लेकर अस्पताल तक 10 कि.मी. लंबी सड़क से बर्फ हटाकर दोनों महिलाओं को अस्पताल पहुंचाया.
वहीं, इलाके के लोगों ने बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन (BRO) की इस कार्रवाई पर BRO का शुक्रिया अदा किया. लोगों ने कहा, " BRO ने एक बार फिर बर्फ से घिरी दूर-दराज की इस घाटी में लोगों की जान बचाने की अपनी प्रतिबद्धता साबित की है."
बीआरओ की कार्रवाई पर इलाके के पूर्व बीडीसी चेयरमैन मुख्तार अहमद कहते हैं, "भारी बर्फबारी के कारण बंद हुई 10 किमी सड़क को बर्फ काटने वाली मशीन ने साफ कर दिया. जिससे दोनों महिलाओं की जान बचाई जा सकी. बीकन द्वारा आपातकालीन स्थिति में सड़क साफ करने के बाद उन्हें पास के अस्पताल ले जाया गया. डॉक्टरों को गुरेज के कुरकबल और नया गांव के इन दोनों मरीजों की जान बचाने में मदद मिली."
इसके अलावा, स्थानीय लोगों ने कहा कि भारी बर्फबारी के हालात मे लोगों को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. जिससे इलाके के लोगों के लिए चिकित्सा सुविधाओं तक पहुंच मुश्किल हो जाती है. ऐसे में, इलाके के लोगों ने इमरजेंसी के वक्त, त्वरित कार्रवाई के लिए बीआरओ की 56 आरसीसी के प्रयासों की तारीफ की.
इलाके के पूर्व बीडीसी अध्यक्ष मुख्तार अहमद ने बांदीपोरा के डिप्टी कमिश्नर से आपातकालीन हालातों के लिए भेटोर सेक्टर में एक स्टैंडबाय लोडर मुहैया करने की अपील की.