Jammu and Kashmir : जम्मू कश्मीर में तकरीबन दस साल बाद हो रहे असेंबली इलेक्शन के बीच कश्मीर की सियासत में नया मोड़ आ गया है. जेल से रिहा होकर कश्मीर पहुंचे इंजीनियर रशीद की पार्टी अवामी इत्तेहाद पार्टी (AIP) और जमात ए इस्लामी ने एक साथ असेंबली इलेक्शन लड़ने का ऐलान किया है.
इस नए गठबंधन से घाटी की सियासत में भारी उलटफेर होने की उम्मीद जताई जा रही है. दोनों पार्टियों के बीच कल हुई बैठक में AIP चीफ़ और सांसद इंजीनियर रशीद, AIP तर्जुमान इनाम उन नबी और जमात नेता ग़ुलाम कादिर वानी और दीगर लीडरान मौजूद रहे.
मीटिंग के बाद जारी बयान में कहा गया है कि दोनों पार्टियों ने कश्मीर की तरक़्क़ी और लोगों की फायदे के लिए मिलकर काम करने का फ़ैसला किया है. साथ ही दोनों पार्टियों के बीच सीट शेयरिंग पर भी सहमति बनी है. गठबंधन के तहत तय किया गया कि AIP कुलगाम और पुलवामा ज़िले में पार्टी के उम्मीदवारों का समर्थन करेगी, जबकि जमात पूरे कश्मीर में AIP उम्मीदवारों का समर्थन करेगी. हालांकि, नॉर्थ कश्मीर के लंगेट और साउथ कश्मीर के देवसर व ज़ैनापोरा में दोनों पार्टियों के बीच दोस्ताना लड़ाई होगी.
गौरतलब है कि इस नए इत्तेहाद से नेशनल कॉन्फ्रेंस - कांग्रेस गठबंधन और PDP को घाटी में झटका लग सकता है. जमात का साउथ कश्मीर तो AIP का नॉर्थ कश्मीर में खासा असर व रसूख माना जाता है. कुलगाम और पुलवामा के कई इलाक़े जमात के गढ़ रहे हैं. लोकसभा चुनाव में इंजीनियर रशीद ने नॉर्थ कश्मीर की बारामुला सीट पर 18 में 15 विधानसभा हल्कों में जीत दर्ज की थी. रशीद की पार्टी ने इस चुनाव में PDP और NC छोड़ने वाले कुछ नेताओं को भी टिकट दिए हैं...