Interim Budget 2024: हर साल 1 फरवरी के दिन केंद्र सरकार द्वारा बजट पेश किया जाता है. यह बजट देश के वित्त मंत्री पेश करते हैं. बता दें कि अप्रैल-मई में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं और उससे पहले कुछ महीनों की आय और व्यय की जानकारी वित्त मंत्री इस बजट को पेश करती है. हर साल सरकार इस आम बजट को पेश करती है. वहीं, अंतरिम बजट दो तरीके से पेश किया जाता है. पहली तब जब सरकार के पास पूर्ण या आम बजट पेश करने का वक्त न हो, दूसरी तब जब लोकसभा चुनाव होने वाला हो. इस बार का बजट, अंतरिम बजट है, क्योंकि सरकार को कुछ महीने बाद लोकसभा चुनाव में जाना है. अंतरिम बजट को आप शब्दों में आप आधा- अधूरा, काम चलाऊ या फिर कम अवधि वाला बजट के तौर पर समझ सकते हैं.
क्यों 5 साल में एक बार आता है अंतरिम बजट
चुनावी साल में सरकार अंतरिम बजट पेश करती है. चुनाव के बाद आने वाली नई सरकार को ही पूरे वित्त वर्ष के लिए बजट पेश करने का आधिकार होता है. अंतरिम बजट में नई सरकार के गठन और फिर उसकी ओर से बजट पारित किए जाने वाले खर्च को इजाजत दी जाती है. इस बजट में नई सरकार को बजट आने वालो खर्चों का आय ब्योरा दिया जाता है . बता दे 2019 में आम चुनाव से पहले वित्त मेंत्री अरुण जेटली बजट पेश नही कर पाए थे. उनके जगह पर पीयूष गोयल ने बजट पेश किया था. क्योंकि उस वक्त अरुण जेटली की सेहत खराब हो गई थी.
चुनावी साल में दो बार पेश होते हैं बजट
जिस साल चुनाव होते हैं उस साल दो बार बजट पेश किया जाता है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि अगर सत्ता में नई सरकार आती है तो वह पुरानी सरकारी की योजनाओं, नीति और बजट में भी बदलाव कर देती है . इसलिए चुनावी साल में फरवरी महीने में अंतरिम बजट पेश किया जाता है. जिसको हम मिनी बजट भी कह सकते है चुनाव के बाद सरकार जब सत्ता में आती है फिर से पूर्ण बजट पेश करती हैं.
आम बजट क्या होता है
जिस साल लोकसभा चुनाव नहीं होते, उस साल आम बजट पेश किया जाता है. इस बजट में अपनी सरकार सभी आय और व्यय का ब्योरा देती है. जो एक साल में देश में खर्च होंगे. जैसे घर चलाने के लिए हर महीने एक बजट तैयार किया जाता है. वैसे ही देश चलाने के लिए भी साल एक बजट तैयार किया जाता है.