Amarnath Yatra 2025 : अमरनाथ यात्रा 2025 की तारीख के ऐलान के बाद तैयारियां जोरों पर...

Written By Vipul Pal Last Updated: Mar 06, 2025, 01:55 PM IST

Jammu and Kashmir : अमरनाथ यात्रा 2025 की तारीखों की घोषणा होते ही कश्मीर में उत्साह का माहौल है. अमरनाथ की यह सालाना तीर्थयात्रा 3 जुलाई से शुरू होकर 9 अगस्त तक चलेगी. श्रद्धालुओं में इस खबर से खुशी की लहर दौड़ गई है. 

हर साल लाखों भक्त बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए इस पवित्र गुफा की ओर रुख करते हैं. गुफा समुद्र तल से 3,888 मीटर की ऊंचाई पर मौजूद है. तीर्थयात्रा के दो प्रमुख मार्ग हैं: 48 किलोमीटर लंबा नुनवान-पहलगाम मार्ग और 14 किलोमीटर लंबा बालटाल मार्ग.

यात्रा की घोषणा के बाद, स्थानीय प्रशासन और सेवा समितियां तैयारियों में जुट गई हैं. शिव गौरी सेवा मंडल (तिरंगा भंडारा) बालटाल और हेलीपैड नीलग्रथ के लंगर आयोजकों ने कश्मीर के संभागीय आयुक्त विजय कुमार बिधूड़ी, गांदरबल के उपायुक्त जतिन किशोर और एसएसपी राघव एस से मुलाकात की. बैठक में बालटाल और नुनवान बेस कैंपों में लंगर सुविधाओं में सुधार पर चर्चा हुई. उद्देश्य है कि यात्रियों को भोजन और अन्य जरूरी सेवाओं में कोई कठिनाई न हो.

गौरतलब है कि अमरनाथ यात्रा न केवल आध्यात्मिक महत्व रखती है, बल्कि यह इलाके की अर्थव्यवस्था के लिए भी महत्वपूर्ण है. यह यात्रा रोजगार के मौके पैदा करती है और लोकल कारोबार को बढ़ावा देती है. जिससे इलाके का समग्र विकास होता है.

अमरनाथ यात्रा की तारीखों के एलान के बाद, स्थानीय लोगों में उत्साह देखा जा रहा है. वे श्रद्धालुओं का स्वागत करने के लिए तत्पर हैं. यह यात्रा आस्था, संस्कृति और समुदाय का उत्सव है, जो कश्मीर की समृद्ध विरासत को प्रदर्शित करती है.

वहीं, अमरनाथ यात्रा के लिए जरूरी रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी. अकीदतमंद अमरनाथ श्राइन बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. यात्रा के दौरान, सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाएंगे ताकि यात्रा सुगम और सुरक्षित हो. बीते सालों में भी अकीदतमंदों की सिक्योरिटी पर खास ध्यान दिया गया है. 

स्थानीय व्यापारियों और होटल कारोबारियों ने भी तैयारियां शुरू कर दी हैं. वे यात्रियों को बेहतर सर्विस मुहैया करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. लोकल हैंडीक्राफ्ट और कश्मीरी खाने की मांग में बढ़त की उम्मीद है, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा.

सरकार और स्थानीय प्रशासन मिलकर यह सुनिश्चित करने में लगे हैं कि इस साल की अमरनाथ यात्रा सभी के लिए यादगार और सुरक्षित हो. स्वास्थ्य सेवाओं, परिवहन और संचार सुविधाओं में सुधार के प्रयास जारी हैं.